कांग्रेसनीत यूपीए के शासनकाल से जुड़ा एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है, जिसे पढ़कर आप दंग रह जायेंगे l ये ख़बर ये बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस वोटबैंक और मुस्लिमों को खुश करने के लिए किस हद तक गिर सकती है l
ये तो आप जानते ही हैं कि यूपीए सरकार ने अजमेर और मालेगांव ब्लास्ट के बाद हिंदू आतंकवाद की थियोरी पेश की थी और उस दौरान भगवा आतंकवाद जैसे नाम अखबार और मीडिया की सुर्खियाँ बन गए थे l इसी दौरान कांग्रेस राष्ट्रवादी छवि के एक संघटन के प्रमुख को आतंकी की सूची में डालना चाहती थी l
ये खुलासा एक अंग्रेजी न्यूज़ चैनल ने किया है और इस खुलासे को लेकर अब सरकार और विपक्ष में तगड़ी रार होने की उम्मीद है l इस रणनीति में तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी शामिल थे l
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दरअसल संघ प्रमुख मोहन भागवत को लेकर हुई एक बहुत बड़ी साजिश सामने पर्दा हटा है जिससे सत्ता और विपक्ष में तगड़ी रार होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि टाइम्स नाउ के हवाले से ये ख़बर है कि यूपीए मोहन भागवत को आतंकियों की सूची में शामिल करना चाहती थी। ख़बर है कि भागवत को हिंदू आतंकवाद के जाल में फंसाने की यूपीए ने बड़ी साजिश रची थी ।
दरअसल संघ प्रमुख मोहन भागवत को लेकर हुई एक बहुत बड़ी साजिश सामने पर्दा हटा है जिससे सत्ता और विपक्ष में तगड़ी रार होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि टाइम्स नाउ के हवाले से ये ख़बर है कि यूपीए मोहन भागवत को आतंकियों की सूची में शामिल करना चाहती थी। ख़बर है कि भागवत को हिंदू आतंकवाद के जाल में फंसाने की यूपीए ने बड़ी साजिश रची थी ।
इतना ही नहीं टाइ्म्स नाउ की फाइल नोटिंग्स से ये जानकारी भी मिली है कि इन ब्लास्ट के चलते संघ प्रमुख से जांच अधिकारी पूछताछ करना चाहते थे। गौरतलब है कि जांच अधिकारी ये सब कांग्रेस के दवाब में आकर कर रहे थे और तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी इस रणनीति में शामिल थे और भागवत को पूछताछ के लिए हिरासत में करवाना चाहते थे।