इंटरनेट डेस्क: हमारी हिंदू संस्कृति में कई तरह के श्रृंगारों का एक अलग ही महत्व है फिर चाहे वह पायल,मंगलसूत्र हो, नाक में पहनने वाली नथ ही क्यों ना, ऐसा ही कुछ बाजूबंद को लेकर भी जो महिलाओं के सोलह श्रृंगारों में हमेशा से ही एक विशेष महत्व रखता हुआ आया है। जिसके बिना महिला का श्रृंगार अधूरा सा नजर आता है। भारतीय समाज में शुरू से ही श्रृंगार, सुंदरता में अलंकार का प्रतीक रहा है।
पुराने ज़माने में बाजूबंद का चलन हुआ करता था, पर आजकल ज्यादा नही रह गया है, बाजुबंध हमारी कोहनी और कंधे के बिलकुल बीचो बीच पहना जाता है अगर हम इस हिस्से को बांधकर रखते है, यानि कि हम बाजु बंध पहनकर रखते है तो यहाँ पर कुछ ऐसे एक्यूप्रेशर पॉइंट्स होते है।
जो हमारे भूख से सम्बंधित बीमारियों को को नियंत्रित रखते अगर आप बाजु बंध पहने है तो जिनको गैस और धूप के कारण सिर दर्द जैसी शिकायत होती है वो इन बीमारियो सें निजात पा सकते है, तनाव से होने वाले सर दर्द में भी यह बाजुबंध पहनना चाहिए, और अगर आप सोना, चांदी और तांबे से बना हुआ त्रिधातु का बाजुबंध पहनते है तो यह आपके लिवर और भूख को ठीक रखता है।
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फैशन ट्रेड को देखा जाएं तो इन दिनों बाजूंबंध को लेकर कई तरह के डिजाइनर बाजूबंद आए है जिसे आप एक खास रुप से ट्राई कर सकते है।