नई दिल्ली: ई-कॉमर्स वेबसाइट स्नैपडील अपने विभिन्न कारोबारी क्षेत्रों ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स और भुगतान संचालन से अगले कुछ दिनों में करीब 600 लोगों की छंटनी करेगी। कंपनी ने अंतिम बार अपने कर्मचारियों की संख्या 8,000 बताई थी।
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स्नैपडील इस समय अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौर से गुजर रही है। वह बाजार से नई पूंजी जुटाने के लिए भी कड़ी मशक्कत कर रही है।
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सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने इसके लिए पिछले हफ्ते ही प्रक्रिया शुरू कर दी है और स्नैपडील, वलकैन (लॉजिस्टिक) और फ्रीचार्ज (डिजिटल पेमेंट बिजनेस) से 500-600 लोगों को निकाला जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इस छंटनी में सभी स्तर के कर्मचारी शामिल होंगे और यह पूरी प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में पूरी कर ली जाएगी।
स्नैपडील के प्रवक्ता ने बताया, ‘दो साल में भारत की पहली मुनाफा कमाने वाली ई-कॉमर्स कंपनी बनने की दिशा में हमारी यात्रा में जरूरी है कि हमारे कारोबार के सभी हिस्सों में क्षमता और कुशलता बढ़ाएं जिससे कि हम अपने उपभोक्ताओं और विक्रेताओं को मूल्य दे सकें। हमने उच्च-गुणवत्ता वाली व्यावसाय वृद्धि और लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ते हुए अपने संसाधनों और टीमों को नए सिरे से तैयार किया है।’
कंपनी ने अपने कारोबार के बेहतर बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं जिसके परिणामस्वरूप उसकी डिलीवरी लागत 35 प्रतिशत और कंपनी की स्थिर लागत में 25 प्रतिशत कमी आई है। कंपनी को चालू वित्त वर्ष के दौरान अपना शुद्ध राजस्व 3.5 गुणा बढ़ने की उम्मीद है।