ओडिशा में हो रहेउसमें भाजपा को आठ जिला परिषदों में बहुमत मिला।वहीं कुल 30 में से 16 जिला परिषद पर बीजू जनता दल (बीजेडी) को जीत मिली। दूसरी तरफ कांग्रेस फिसड्डी साबित हुई। उसे कुल एक जिला परिषद में जीत मिली। 2012 के मुकाबले भारतीय जनता पार्टी ने अपनी स्थिती यहां काफी मजबूत की है।
तब हुए पंचायत चुनाव में 851 जिला परिषद में से 651 में बीजेडी आगे रही थी। लेकिन इस बार वह 450 पर सिमट कर रह गई है। वहीं बीजेपी इस बार 300 सीटों पर जीत दर्ज कर रही है जिसे 2012 में कुल 36 सीट मिली थीं। कांग्रेस ने 2012 में 128 सीट जीतीं थी जिसे इस बार 60 सीट मिलीं।
मंगलवार को हुए मतदान में भारतीय जनता पार्टी ने 150 में से 60 सीटों पर जीत दर्ज की। इसपर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नतीजों से साफ पता चलता है कि बीजेडी ओडिशा के लोगों का भरोसा खो चुकी है। यहां के लोग बीजेपी को नवीन पटनायक के विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
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नतीजों में यह निकलकर आया है कि कालाहांडी, मयूरभांज और मलकानगिरी जैसे आदिवासी जिलों में बीजेपी ने नवीन पटनायक के वोटबैंक में सेंध लगा दी है। भारतीय जनता पार्टी नबरांगपुर में कांग्रेस के साथ गठबंधन भी कर सकती है। वहां किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा। बीजेडी ने 11 सीट जीती हैं। वहीं बीजेपी के पास सात और कांग्रेस के पास आठ सीट हैं।