नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध को देखते इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होली पर शांति व्यवस्था बनाए रखना पुलिस के लिए चुनौती होगा। होली पर हिंसा होने का इनपुट खुफिया विभाग ने दिया है। इसको लेकर पुलिस अलर्ट हो गई है। पश्चिमी यूपी में सुरक्षा के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर पुलिस अफसरों से होली पर तैयारियों की जानकारी ली। अधिकारियों ने दावा किया कि होली पर कड़ा पहरा रहेगा और शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स रहेगी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सीएए का विरोध करने वालों को नजरबंद किया जाएगा। अंदेशा जताया जा रहा है कि कुछ लोग होली के रंग में भंग डालने की कोशिश करेंगे। इसके चलते शहर को पांच जोन और 15 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। जिसमें एसपी सिटी नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। सीओ और थानेदार स्थानीय लोगों के साथ मीटिंग कर शांति व्यवस्था बनाने की दोनों समुदाय के लोगों से अपील करेंगे। इसके अलावा आपत्तिजनक या भड़काऊ पोस्ट और वीडियो की रोकथाम के लिए साइबर क्राइम सेल भी अलर्ट कर दिया गया है।
सक्रिय हैं हिंसा करने वाले
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बार होली पर हिंसा करने वाले सक्रिय हैं, जिन पर पुलिस की पैनी नजर है। होली पर कोई उन्माद न हो, इसको लेकर आला अधिकारी पूरी तैयारी के साथ जुटे हैं।
होली पर कब और कहां-कहां विवाद हुआ, इसका पूरा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। जहां-जहां होली पर विवाद हुआ है, वहां पुलिस और स्थानीय लोगों की बैठक होंगी। पुराने विवाद के चलते कोई अप्रिय स्थिति नहीं होनी चाहिए। सीएए का विरोध करने वालों को चिह्नित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश
मुख्यमंत्री और डीजीपी ने मंगलवार रात वीडियो कांफ्रेंसिंग की। जिसमें मुख्यमंत्री ने पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि होली का त्योहार हर सूरत में सकुशल मनाया जाए। सीएए का विरोध करने वालों पर कड़ा शिकंजा कसें। पुलिस प्रशासन की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने होली पर होने वाले पुराने विवादों की जानकारी ली। कहा कि कुछ शरारती तत्व होली पर हिंसा करने का भी प्रयास करेंगे। जिस पर पुलिस प्रशासन को सख्त होना होगा। पुलिस हिंसा करने वालों से अपने तरीके से जवाब दे। प्रदेश में शांति व्यवस्था करना ही प्राथमिकता है।