दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन की अफवाह फैल रही हैं. इन्हीं तमाम आशंकाओं का जवाब देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि लॉकडाउन की कोई संभावना नही है. लॉकडाउन करके देखा गया था, उसके पीछे एक लॉजिक था. उस समय किसी को नही पता था कि वायरस कैसे फैलता है. तब कहा गया था कि संक्रमित होने से लेकर ख़त्म होने तक 14 दिन का चक्र है. तब एक्सपर्ट का कहना था कि अगर 21 दिनों के लिए एक्टिविटी को लॉक कर दें तो वायरस फैलना बन्द हो जाएगा. फिर भी लॉकडाउन बढ़ता गया लेकिन इसके बावजूद कोरोना खत्म नही हुआ. मुझे लगता है कि लॉकडाउन कोरोना का समाधान नही है.’
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है. दिसंबर के बाद यह पहला मौका है, जब दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 1534 नए केस सामने आए हैं. इन आंकड़ों ने दिल्ली की चिंता बढ़ा दी है. चिंता इस बात को लेकर भी है कि होली का त्योहार नजदीक है, ऐसे में जरा सी लापरवाही बड़ा संकट पैदा कर सकती है.
राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण के मामले डेढ़ हजार से अधिक रहे. 26 मार्च को 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1534 नए केस सामने आए. इससे पहले 16 दिसंबर 2020 को एक दिन में 1547 नए मामले सामने आए थे. वहीं दिल्ली में सक्रमण की दर वर्तमान में 1.8 प्रतिशत है, जो 16 दिसंबर को 2.16 थी. वहीं पिछले 24 घंटों में यहां संक्रमण की वजह से 9 लोगों की मौत हुई है. इससे पहले 27 जनवरी को 9 लोगों की जानें गईं थीं. इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमण से होनी वाली मौतों का कुल आंकड़ा 10,987 पहुंच गया है.
दिल्ली की बात करें तो यहां कुल एक्टिव केसों की संख्या 6 हजार पार कर चुकी है. दिल्ली में अभी 6 हजार 51 कुल एक्टिव केस हैं. 29 दिसंबर 2020 के बाद ये सबसे बड़ी संख्या है. उस दौरान दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या 6,122 थी. वहीं होम आइसोलेशन का आंकड़ा 3 हजार 312 पहुंच गया है, जो 27 दिसम्बर 2020 को 3,335 था.
दिल्ली में सक्रिय कोरोना मरीजों की दर 0.92 प्रतिशत पहुंच गई है, वहीं रिकवरी रेट घटकर 97.39 प्रतिशत पर आ गया है. पिछले 24 घंटे में 1534 नए केस सामने आने के बाद कुल आंकड़ा 6,54,276 पहुंच गया है. वहीं राहत की बात ये भी है कि 971 मरीज आज डिस्चार्ज होकर घर भी पहुंच गए हैं. दिल्ली में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या 1423 है. वहीं 26 मार्च को दिल्ली में 85 हजार 92 टेस्ट हुए, जिसमें RTPCR के 53,044 और एंटीजन के 32,048 टेस्ट हुए हैं.