मुंबई से बिहार पुलिस के पास पहुंचा सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामला अब बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गया है. बॉम्बे हाइकोर्ट में इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर एक लिखित पत्र दायर किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार बॉम्बे हाइकोर्ट को भेजे गए पत्र में मुंबई पुलिस पर कई संगीन आरोप भी लगाए गए हैं.
दिल्ली के वकील सार्थक नायक ने चीफ जस्टिस को एक लिखित पीटिश भेजी है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस इस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही. अपने पत्र में उन्होंने बताया है कि मुंबई पुलिस की जांच में कई कमियां हैं. जांच में टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है और मौत को आत्महत्या घोषित करने में भी जल्दबाजी की गई.
पुलिस केवल बड़े-बड़े लोगों को बुलाकर ऐसा दिखाने की कोशिश कर रही है कि मामले में जांच चल रही है. उन्होंने कहा कि एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. याचिकाकर्ता ने ये अपील की है कि बॉम्बे हाईकोर्ट मामले का संज्ञान ले औऱ सीबीआई या किसी अन्य निष्पक्ष जांच एजेंसी को मामला दे. या फिर कोर्ट अपनी निगरानी में एक एसटीआई का गठन करके मामले की जांच करवाए.
बिहार सरकार कर सकती है CBI जांच की सिफारिश
जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकती है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से जुडे़ सूत्रों के मुताबकि बिहार सरकार मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी एक निष्पक्ष जांच की मंशा से सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकती है. लेकिन इसमें शर्त ये होगी कि सुशांत के परिवार को इसकी मांग करें.