एस. सुधाकर रेड्डी तीसरी बार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव चुने गए हैं। रविवार को सर्वसम्मति से उनका चुनाव इस पद के लिए हुआ। वहीं, जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को राष्ट्रीय परिषद में जगह मिली है।
पार्टी की 23वीं कांग्रेस की बैठक 25 अप्रैल को शुरू हुई थी। इसमें 126 सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद, 11 सदस्यीय सचिवालय, 11 सदस्यीय नियंत्रण आयोग और 13 प्रत्याशी सदस्यों का चुनाव किया गया। दो बार लोकसभा सदस्य रह चुके सुधाकर रेड्डी पहली बार 2012 में भाकपा महासचिव बने थे। बाद में रेड्डी ने बताया कि पार्टी कांग्रेस में भाजपा-आरएसएस की ओर से पेश चुनौती का धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और वामपंथी ताकतों से मिलकर सामना करने का आह्वान किया गया। भाजपा-आरएसएस के खिलाफ लड़ाई में भाकपा राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस को भी शामिल करना चाहती है। वहीं, वरिष्ठ पार्टी नेता और केरल के पूर्व मंत्री सी. दिवाकरन को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद में स्थान नहीं मिल सका। इस पर उन्होंने नाखुशी भी जाहिर की।