सीतापुर जेल में निरुद्ध बंदी का चहारदीवारी के भीतर शव लटकता मिला। अंगौछे से जंगले के सहारे लटकी लाश के बाद हड़कंप मच गया। गुरुवार दोपहर बाद घटना की सूचना मिलने पर पुलिस- प्रशासनिक अफसरों ने पहुंचकर जांच पड़ताल की।
मछरेहटा निवासी तीस वर्षीय सर्वेश अपने पिता बलराम और मां के साथ दहेज हत्या के आरोप में 17 अक्तूबर को जेल में निरुद्ध किया गया था। मुख्य जेल में आने वाले बंदियों को जेल से लगी अतिरिक्त कारागार में रखा कोविड नियमों के तहत रखा जाता है। सर्वेश अपने पिता के साथ अतिरिक्त जेल में था। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सरवेश का शव चहारदीवारी के भीतर लगे जंगले में अंगौछे से लटकता मिला। सूचना मिलने पर जेल अधीक्षक डीसी मिश्रा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
खबर पाकर एसडीएम सदर अमित भट्ट, सीओ सिटी पीयूष सिंह और कोतवाली प्रभारी टीपी सिंह भी आ गए। जांच पड़ताल के बीच पता चला कि वह कुछ देर पहले बैरक से निकलकर अहाते के पीछे की ओर चला गया था। खाना मिलने की बारी आई तो सरवेश की खोजबीन शुरू हुई। इसी के बाद उसका शव अंगौछे से लटकता मिला।
जेल अधीक्षक डीसी मिश्रा का कहना है कि सर्वेश अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में निरुद्ध था। दो दिन से वह परेशान भी था। उसने अपने अंगौछे से फांसी लगाई है। सीओ सिटी ने बताया कि परिवार के अन्य लोगों को सूचित किया गया है। पिता के बयान लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर विधिक कार्रवाई शुरू की गई है।