झारखंड के राजनीतिक उठापटक पर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमा गई है। सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर भाजपा और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह पर निशाना साधा है। बघेल ने कहा कि झारखंड में ठीक नहीं हो रहा है। भाजपा विपक्षी पार्टियों को पचा नहीं पा रही है। बंगाल में पकड़े विधायकों पर किसका सिर शर्म से झुका यह डॉ. रमन सिंह को बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के राज्यपाल यह स्पष्ट करें कि चिट्ठी आई या नहीं। अगर आई है तो रोककर क्यों रखे हैं? चिट्ठी को ओपन क्यों नहीं किया जाना चाहिए? बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, पूरे प्रजातंत्र का चीरहरण करने में लगी है।
भेंट-मुलाकात में रायगढ़ रवाना होने से पहले रायपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी और आईटी से डराने का प्रयास किया जा रहा है। झारखंड से हमारे पार्टी और गठबंधन के विधायक आए हैं। डॉ. रमन सिंह यह बताए। वो तो दूसरे पार्टी के नेताओं को अपहरण करके ले जाते हैं। डरा करके, धमका करके, लालच देकर या खरीदकर…। मध्य प्रदेश में क्या हुआ था। उस समय रमन सिंह की बोलती क्यों बंद थी। भारतीय जनता पार्टी का सिर शर्म से क्यों नहीं झुका। राजस्थान के विधायकों को उठाकर ले गए थे। कर्नाटक, गोवा और अभी ताजा महाराष्ट्र के विधायकों को ले गए थे। क्या उनकी पार्टी के विधायक थे। यहां तो हमारे पार्टी और गठबंधन के विधायक आए हैं। उनको तकलीफ क्यों हो रही है।
सरकार को षड़यंत्रपूर्वक छल, बल से गिराओ
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा के लोग पूरे प्रजातंत्र का चीरहरण कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी विपक्ष को बर्दाश्त नहीं कर पा रही। चुनी हुई सरकार को षड़यंत्रपूर्वक छल, बल से गिराओ…। बदनाम करो… डराओ, धमकाओ…। आखिर कांग्रेस के 3 विधायक कोलकात्ता में पैसा लेकर पकड़े गए। जेल में बंद है। कौन खरीद रहा था। तब इनका माथा शर्म से नहीं झुका। बता दें कि झारखंड की राजनीति का केंद्र छत्तीसगढ़ बन गया है। मंगलवार को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के 32 विधायकों को रांची से रायपुर शिफ्ट किया गया। छत्तीसगढ़ के मेफेयर होटल में दूसरे राज्यों के विधायकों की बाड़ेबंदी पर सियासत गर्म है। भाजपा छत्तीसगढ़ को दूसरे राज्यों के विधायकों का आरामगाह बताकर भूपेश बघेल सरकार पर लगातार हमला कर रही है।