मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने दिवंगत पिता रामलखन सिंह की 46वीं पुण्यतिथि पर भावुक श्रद्धांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री के पैतृक गांव नालंदा के हरनौत प्रखंड अंतर्गत कल्याण विगहा गांव के वैधराज रामलखन सिंह स्मृति वाटिका में आयोजित किया गया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को अपने दिवंगत पिता रामलखन सिंह की 46वीं पुण्यतिथि पर भावुक श्रद्धांजलि अर्पित की। नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड के कल्याण विगहा गांव में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल एक पुत्र के भावनात्मक संबंधों को दर्शाया, बल्कि एक सार्वजनिक व्यक्तित्व की विरासत को भी याद किया।
देवी स्थान में पूजा-अर्चना के साथ ही नीतीश कुमार ने परंपरागत रीति-रिवाजों को जीवंत रखते हुए देवी-देवताओं को फल और मिठाई का प्रसाद अर्पित किया। इसके पश्चात वे अपने बेटे निशांत कुमार और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ स्मृति वाटिका पहुंचे, जहां उनके पिता की आदमकद प्रतिमा स्थापित है। स्मृति वाटिका में एक अत्यंत भावुक क्षण देखने को मिला, जब नीतीश कुमार ने अपने पिता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने न केवल अपने पिता को याद किया, बल्कि अपनी माता परमेश्वरी देवी और पत्नी मंजू सिन्हा की स्मृति में भी आंसू बहाए।
रामलखन सिंह अपने समय के एक बहुआयामी व्यक्तित्व थे। क्षेत्र के प्रसिद्ध बैध होने के साथ-साथ वे राजनीतिक और सामाजिक परिवेश में भी सक्रिय रहे। उनका जीवन संघर्ष और समर्पण का एक उदाहरण रहा है, जिसे नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक यात्रा में निरंतर जीवंत रखा है। कार्यक्रम में जमा खान, संजय गांधी, ललन सर्राफ, ई. सुनील, गुलरेज अंसारी जैसे कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने इस श्रद्धांजलि समारोह को और भी अधिक महत्व प्रदान किया।
स्थानीय ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों की भागीदारी ने इस अवसर की भावनात्मक गहराई को और भी अधिक स्पष्ट किया। नीतीश कुमार की भावुकता और उनके पिता के प्रति गहरा सम्मान, जो उनके चेहरे पर स्पष्ट झलक रहा था, ने उपस्थित सभी लोगों के हृदय को छू लिया।