भारत के 2011 विश्व कप में नायक रहे युवराज सिंह ने सोमवार को बात करने के लिए साउथ मुंबई होटल में मीडिया को बुलाया है, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं,
कि वह संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। भारत के सर्वश्रेष्ठ सीमित ओवरों के क्रिकेटरों में से एक युवराज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। युवराज सिंह 2011 वर्ल्ड कप के हीरो थे और ‘मैन ऑफ द सीरीज’ रहे थे। उन्होंने 9 मैचों में 90.5 के जबरदस्त औसत से 362 रन बनाए थे। उन्होंने 15 विकेट भी झटके थे। इस वर्ल्ड कप के दौरान युवराज सिंह को कई बार खून की उल्टी भी हुई थी, लेकिन वह इसकी परवाह किए बिना टीम इंडिया को ‘विश्वविजेता’ बनाने में जुटे रहे थे। 2 अप्रैल 2011 को टूर्नामेंट खत्म होते ही युवराज सिंह के कैंसर की खबर मीडिया में आई। वह आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस करियर बनाना चाहते हैं।युवराज अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहे हैं। 2011 के वर्ल्ड कप में युवराज सिंह का परफॉर्मेंस काफी शानदार रहा था। महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में भारत ने फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को मात देकर दूसरी बार वर्ल्ड कप पर अपना कब्जा जमाया था।