अब ऐसा जमाना नहीं रहा जब लड़कियां यौन सुख पाने के लिए शादी तक का इंतजार करती थीं और इससे पहले ऐसा कुछ करने से पहले वह सौ बार सोचतीं थीं। आजकल कई लड़कियां शादी से पहले ही अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बना लेती हैं जिसके चलते वे अपनी वर्जिनिटी खो देती हैं।
हालाँकि इसमें कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि यह एक मात्र शारीरिक जरूरत है जिसे पूरा करने के लिए हर कोई स्वतंत्र है। लेकिन कुछ समाजों में आज भी शादी से पहले संबंध बनाने को सही नहीं मना जाता है। खासकर रुढ़िवादी समाजों में जहाँ शादी के बाद लडकियों का वर्जिन होना आवश्यक होता है।
मुस्लिम समाज में वर्जिनिटी
वैसे तो शादी से पहले वर्जिनिटी खोने का चलन आजकल आम हो गया है। लेकिन मुस्लिम समाज में शादी से पहले वर्जिनिटी खोने वाली लड़़कियों को अच्छा नहीं माना जाता इसलिए लड़कियां वर्जिनिटी वापिस पाने के लिए नए-नए तरीके आजमा रही हैं।
रायटर्स की एक रिपोर्ट की माने तो, एक शोध में पाया गया है कि इस काम में मुस्लिम महिलाएं सबसे आगे हैं। वर्जिन दिखने के लिए ये महिलाएं बनावटी हाइमन का इस्तेमाल कर रही हैं। ना करना पड़ता है जिससे बचने के लिए वह ऐसा करती हैं।
वर्जिनिटी पाने के लिए हाईमनप्लास्टी
शोधकर्ताओं ने बताया है कि, हाईमन के अंदर एक झिल्ली पाई जाती है जिससे किसी के वर्जिनिटी होने का पता लगाया जाता है। हाइमन में इसी कृत्रिम झिल्ली को वजाइना में लगाया जाता है। जिसके बाद संबंध बनाते समय इससे नकली खून निकलता है।
विशेषज्ञों ने इस प्रक्रिया को हाईमनप्लास्टी नाम दिया है जिसमें ऑपरेशन के जरिए इस प्रक्रिया को किया जाता है। बनावटी हाइमन का इस्तेमाल महिलाएं अपने पति को वर्जिन लगने के लिए करती हैं। इसका इस्तेमाल यूरोप में ज्यादा किया जाता है वहां की मुस्लिम महिलाएं इस बनावटी हाईमन का सहारा ले रही हैं।
यूरोप में तेजी से बढ़ रहा प्रचलन
पहली बार संबंध बनाते समय महिलाओं को काफी दर्द होता है लेकिन सर्जरी के बाद उन्हें दर्द से नहीं गुजरना पड़ता। वहीं अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए वह अपने पार्टनर के सामने इसका दिखावा करती है।
आर्टिफिशल हाईमन अब यूरोप के अस्पतालों एवं सर्जरी सेंटर्स में आसानी से उपलब्ध हो जाता है क्योंकि ज्यादातर लड़कियां शादी से पहले ही संबंध में बना लेती हैं और आने वाली मुश्किलों से बचने के लिए वे पुनः वर्जिनिटी पाने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करती हैं।