शनिवार हो तो आप को भगवान शनि देव और महाबलि हनुमान जी की याद आ ही जाएगी लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसे कौन से तरीके हैं जिनको पूर्ण करने से भगवान जल्द प्रसन्न होते हैं। यही नहीं भगवान का विधि – विधान से पूजन करने से भगवान आपकी सभी मनोकामनाऐं पूर्ण करते हैं। भगवान श्री शनि देव न्याय के अधिपति कहे जाते हैं। भगवान कर्म फल प्रधान हैं इसलिए व्यक्ति अपने पूर्व जन्म और वर्तमान जन्म में जो कर्म करता है उसी के अनुरूप शनि देव उसे फल देते हैं। भगवान शनि देव को इसीलिए न्यायाधीश कहा गया है। दरअसल शनि देव सूर्य पुत्र हैं। सूर्य पुत्र होने के साथ ही भगवान शनि देव स्वयं प्रतापी हैं।
हालांकि इनकी चाल बेहद धीमी है। ये एक राशि में ढाई वर्षों तक निवास करते हैं। शनि की साढ़े साती जिस किसी भी राशि में होती है उस राशि का जातक शनि पीड़ा या भगवान शनि की कृपा का फल भोगता है। भगवान शनि देव का पूजन बेहद सरल है। भगवान का पूजन करने के लिए शनिवार के दिन यदि आप काला कपड़ा, काली उड़द, काले तिल, तेल, जौ आदि लेकर भगवान शनि देव की प्रतिमा पर अर्पित करते हैं तो आपको शनि पीड़ा से राहत मिलती है। यही नहीं कोयलों को शनिवार के दिन किसी नदी में बहा दे तो आपको राहत मिलती है। सबसे अच्छा होगा शनिवार के दिन आप जरूरत मंद को भोजन करवाऐं, सर्दियों के दिनों में आप गरीब को शनिवार के दिन काला कंबल या काली शाॅल तक दान दे सकते हैं।
काले वस्त्रों का दान भी आपके लिए हितकर हो सकता है। भगवान शनिदेव को तेल अर्पित करें। शनि मंदिर में आप शनिवार को दर्शन करें। यही नहीं किसी हनुमान मंदिर में दर्शन कर तेल का दीपक शनिवार को शाम को लगाऐं और श्री महाबलि हनुमान जी के चरणों में अर्पित करें और बाबा हनुमान के दरबार को रोशन करें तो आप पर भगवान की कृपा हो सकती है और आपको कष्टों से मुक्ति मिल सकती है यही नहीं हनुमान चालीसा का पाठ, सुंदरकांड पाठ और हनुमान जी की मूर्ति को सिंदूर का चोला अर्पण करना भी आपके लिए अच्छा होगा।