नई दिल्ली: शनिदेव को क्रोधित होने में जरा भी समय नहीं लगता है। क्रोध के कारण ही शनि देव की अपने पिता सूर्य से हमेशा अनबन रहती है। हालांकि शनि को न्यायमूर्ति यानी जज का दर्जा प्राप्त है। ये भगवान शिव के अनन्य भक्त हैं। भोलेनाथ ने ही इनको न्याय का जिम्मा सौंपा है। शनि देव जिस पर क्रोधित हो जाते हैं, उस व्यक्ति की जिंदगी नर्क के समान हो जाती है और उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है, इसलिए इनके क्रोध से बचने और खुश रखने के लिए लोग अनेक उपाय करते हैं।
– शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन कटोरी में सरसों का तेल रखकर उसमे अपना चेहरा देखें और उस तेल को किसी गरीब को दान कर दें। इससे शनिदेव का प्रकोप धीरे-धीरे शांत हो जाता है।
– शनि के प्रकोप से बचने के लिए यदि काले रंग के हाथियों को भोजन करवाएं और उनकी सेवा करने से शनिदेव जल्दी प्रसन्न होते हैं।
– शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए हनुमान जी की पूजा अर्चना भी अचूक उपाय है। लंका में रावण के पास बंदी बने शनिदेव को भगवान हनुमान ने मुक्त कराया था। इसी कारण शनिवार को हनुमान पूजा से शनिदेव जल्दी प्रसन्न होते हैं।
– शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन अपने घर के आसपास किसी काले कुत्ते को सरसों का तेल लगाकर रोटी खिलाना चाहिए। इससे शनि की नाराजगी कम होती है।
– इसके साथ ही शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए घर की छत पर आने वाले कौवों को शनिवार के दिन काले जामुन खिलाने से शनि का क्रोध जल्द शांत होता है।
इसके अलावा और सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये है कि, शनि देव न्याय के देवता हैं, जो जैसा कर्म करता है, उसे वैसा ही फल देते हैं। इसलिए मनुष्य को अपने कर्म अच्छे रखने चाहिए और किसी गरीब, दीन-दुखी को नहीं सताना चाहिए। ऐसा करने से शनि देव कभी नाराज़ नहीं होंगे और आपकी सहायता करेंगे।