विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान बुधवार को विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि जिन लोगों ने अयोध्या में राम भक्तों पर गोली चला कर अयोध्या की मान्यता को दूषित का प्रयास किया था, वे आज उपद्रवियों पर होने वाली कार्रवाई पर हमसे जवाब मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामराज कोई धार्मिक राज्य नहीं है। हर प्रकार के दुखों से मुक्ति का उपाय किसी भी लोक कल्याणकारी शासन का दायित्व बनता है और हमने इस दायित्व के साथ धर्म को जोड़ा है, किसी उपासना विधि को नहीं जोड़ा है।
सीएम योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सदन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यपाल प्रदेश की व्यवस्था संविधानिक प्रमुख होता है। लोकतंत्र सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन संविधानिक मर्यादा के दायरे में रह कर। जब सदन में बैठा सदस्य उन संविधानिक मर्यादाओं की रक्षा नहीं कर सकती है तो इसकी उम्मीद किसी और से नहीं की जा सकती है। जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं वे अक्सर उसे तार-तार करते हुए दिखाई देते हैं। जिन्होंने इसी सदन में विधायकों को चोटिल किया वे विधायकों की सम्मान की बात करते हैं। जिन लोगों ने तंदूर कांड को अंजाम दिया था वे महिला सशक्तीकरण की दुहाई देते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि जिन्होंने बलिकाओं हो रहे अत्याचारों पर कहा था कि बच्चों से गलती हो जाती है, वे लोग यहां पर महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं। जिन लोगों ने आयोध्या में राम भक्तों पर गोली चलाकर वहां की मान्यता दूषित करने का काम किया था वे उपद्रवियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर हमसे जवाब-तलब करने का प्रयास कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण की शुरूआत में कहा था कि हमारी रामराज की अवधारणा को प्रस्तुत करने के लिए पूरी तर प्रतिबद्ध है। रामराज कोई धार्मिक राज्य नहीं है। हर प्रकार के दुखों से मुक्ति का उपाय किसी भी लोककल्याणकारी शासन का दायित्व बनता है और हमने इस दायित्व के साथ धर्म को जोड़ा है। किसी उपासना विधि को नहीं जोड़ा है।
सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में रामराज है क्या, यह हर व्यक्ति समझ भी नहीं पाएगा। आखिर जिस कार्य कार्य के लिए 1990 में राम भक्त अयोध्या जा रहे थे, जिन राम भक्तों को गोली मारी गई थी, जो लोग कहते थे कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता, आखिर उन राम भक्तों की बात पर देश की सर्वोच्च न्यायालय ने मुहर लगा दी है। अयोध्या में वर्षों से दबी हुई भावनाओं को मंच मिला और उस मंच माध्यम से सामने आया कि वास्तव में देश का लोकतंत्र दुनिया का एक सशक्त लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि जो भक्त अयोध्या में राम मंदिर की मांग कर रहे थे वे सही थे और गोली चलाने वाले गलत थे, यह साबित हो गया है।
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग राम भक्तों पर गोली चलाना उच्त मानते हैं और आतंकवादियों के मुकदमों को वापस लेते हैं, इनसे पूछा जाना चाहिए कि आखिर अयोध्या में आतंकी हमला, वाराणसी कचहरी में आतंकी हमला, गोरखपुर में बम धमाके के चेहरे कौन थे? उन्होंने कहा कि जो लोग कानून को रौंदने का कार्य करते हैं उनकी पैरवी करना ताज्जुब की बात है। सीएम ने स्पष्ट किया कि लोकतांत्रिक तरीके से होने वाले आंदोलन को हम समर्थन देंगे, लेकिन कोई कानून की धज्जियां उड़ाएगा तो वह जिस भाषा में समझेगा उसे समझाएंगे।