लुधियाना, ताजपुर रोड की संजय गांधी कालोनी इलाके में 20 वर्षीय युवक की हथियारों से हमला करके हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान करण यादव के रूप में हुई। हमलावरों की दबंगई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटना के एक घंटे बाद फिर से युवक के घर पर हमला कर दिया। आरोपितों ने धमकाया कि अगर पुलिस को शिकायत दी तो अन्य दोनों भाइयों का अंजाम भी वैसा ही होगा। उनकी करतूत से भड़के मोहल्ले के लोग उन पर टूट पड़े। लोगाें की मार से बचने के लिए हमलावर सिर पर पांव रख वहां से भागे। मगर लोगों ने उनमें से एक को पकड़ लिया।
घटना का पता चलते ही एसीपी दविंदर चौधरी थाना डिवीजन नंबर 7 पुलिस समेत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवा दिया। हत्या का केस दज करके अन्य आरोपितों की तलाश में छापामारी शुरू कर दी। एसीपी दविंदर चौधरी ने बताया कि मामले में अमित व रवि के अलावा दो अज्ञात लोगों को नामजद किया गया है। घटना रविवार रात 10 बजे की है। ओवरलाक का काम करने वाला करण यादव अपने घर में बैठ कर खाना खा रहा था। उसी दौरान उसे किसी का फोन आया।
फोन में बात करते हुए दोनों तरफ से गाली गलौज हुआ। उधर से बात करने वाले युवक ने उसे बाहर गली में मंदिर के पास बुलाया। तैश में आया करण वहां पहुंच गया। जहां पहले से घात लगाए बैट व लाठियों से लैस हुए चार युवकों ने उस पर हमला कर दिया। पीट-पीटकर बेरहमी से उसकी हत्या कर इस्टीम कार में फरार हो गए। करण को फौरन नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। मगर वहां उसकी हालत को देखते हुए उसे सीएमसी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। वहां पहुंचने पर उसने दम तोड़ दिया। डाक्टरों ने उसे मृतक करार दे दिया
दोपहर 12 बजे संजय गांधी कालोनी में रहने वाले लोगों ने थाना डिवीजन नंबर 7 के बाहर धरना देकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि पुलिस आराेपितों काे गिरफ्तार करे। जब तक आरोपित नहीं पकड़े जाते, पुलिस उनके परिजनों को अपनी हिरासत में ले। बता दें कि करण पर हमला करने वाले लोग उसी की गली में रहते हैं। हमले के बाद वह लोग फरार हैं। मगर उनके परिजन घराें में ही हैं
वहीं बाद दोपहर लोगों ने ताजपुर रोड पर धरना देकर रोड जाम कर दिया। उनकी मांग थी कि पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ उनके नाम का पर्चा दर्ज किया है। जबकि उन्हें चारों के नाम बताए गए थे। उनकी मांग थी कि जब तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक वो लोग धरने से नहीं हटेंगे।