लखीमपुर हिंसा की जांच में जुटी पुलिस आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची है। सच जानने के लिए पुलिस आज मौके पर सीन रिक्रिएशन की कोशिश कर रही है। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है। पूरे इलाके को बैरिकेडिंग कर सील कर दिया गया है। बैरिकेडिंग की दूसरी तरफ खड़े लोग पुलिस की इस पूरी कार्रवाई को देख रहे हैं। सीन रिक्रिएशन के लिए पुलिस ने तीन काले पुतले बनाए हैं। मौके पर ठीक उसी तरह पीछे से एक जीप लाई जा रही है जैसा कि लखीमपुर हिंसा के वायरल वीडियो में थार जीप किसानों को कुचलते हुई दिखी थी।
सीन रिक्रिएशन के लिए पुलिस ने पुतलों के साथ कुछ लोगों को काले झंडों के साथ खड़ा भी किया है। इसके पहले मामले की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर रोपियों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कि घटना के वक्त वे लोग कब और कहां मौजूद थे। उस दिन का पूरा घटनाक्रम क्या था। पुलिस ने अंकित दास, लतीफ और शेखर से यहां पूछताछ की है। जांच का सिलसिला अभी जारी है। बताया जा रहा है कि यहां पूछताछ और जांच के बाद पुलिस टीम आशीष मिश्रा को लेकर उनके गांव भी जाएगी जहां तीन अक्टूबर को दंगल आयोजित था। गौरतलब है कि इसी दंगल में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए डिप्टी सीएम केशव मौर्या आने वाले थे। डिप्टी सीएम के आने की सूचना पर कृषि कानूनों का विरोध कर रही किसानों की भीड़ उन्हें काले झंडे दिखाने हेलीपैड के पास पहुंची थी। लेकिन किसानों को जब पता चला कि डिप्टी सीएम किसी और रूट से सीधे दंगल के आयोजन स्थल पर पहुंच रहे हैं तो किसान अपने घरों को वापस लौटने लगे।
आरोप है कि इसी दौरान पीछे से आकर केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की थार जीप ने कुछ किसानों को कुचल दिया और भाग निकली। कार के पीछे-पीछे एक फार्रच्यूनर भी थी। घटना के कुछ समय बाद ही किसानों को कुचले जाने का कथित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हुआ। लोगों का आरोप है कि जिस थार जीप ने किसानों को कुचला उसमें मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा भी था। आशीष इस घटना में मुख्य आरोपी है। उसके अलावा थार के पीछे-पीछे चल रही फार्रच्यूनर गाड़ी के मालिक अंकित दास, उनके गनर और ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया गया है। आज आशीष मिश्रा की तीन दिन की रिमांड का अंतिम दिन है तो अंकित, उनके ड्राइवर और गनर की तीन दिन की रिमांड का पहला दिया।
पुलिस, आज सुबह अंकित, शेखर और लतीफ को जेल से लेने के बाद से लगातार सक्रिय है। सभी आरोपियों से पहले क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पूछताछ की गई तो फिर घटनास्थल पर लाकर पूरी घटना के बारे में सिलसिलेवार ढंग से समझा गया। इसके बाद पुलिसा सभी को लेकर दंगल वाले स्थान पर भी जाएगी।