लखनऊ। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सूबे में खराब पड़ी कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास में है, इसके बाद भी बदमाश व डकैतों के हौसले बुलंद हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दिन में दो जगह पर डकैतों ने कहर बरपाया है। डकैतों की ताबड़तोड़ फायरिंग में पांच लोग घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां घायलों की हालत नाजुक बनीं हुई है।
लखनऊ में दो दिन पहले चिनहट के बाद आज काकोरी में डकैतों ने कई घरों को निशाना बनाया। लखनऊ के मैंगो बेल्ट माने जाने वाले काकोरी के बनिया खेड़ा व कटौली गांव के कई घरों में आज डकैतों ने धावा बोला है। इस दौरान कटौली ग्राम प्रधान के बेटे कोमल यादव ने विरोध किया। जिसको डकैतों ने गोली मार दी।
चिनहट में डकैती और नाका में महिला के हत्या के बाद बदमाशों ने देर रात काकोरी के दो गावों में डकैती डालकर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी। कटौली गांव में डकैती के दौरान प्रधान हरीशंकर यादव के बेटे कोमल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बनियाखेड़ा में डकैती के बाद एसएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे थे, तब बदमाश 100 मीटर दूरी पर ही थे, लेकिन पुलिस उनके करीब नहीं गई। तभी थोड़ी ही दूरी पर कटौली गांव में बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। 50 से 60 राउंड फायरिंग की।
बदमाश आसानी से भाग निकले और पुलिस डर के मारे हाथ बांधे खड़ी रही। घटना के बाद से राजधानी समेत आसपास के जिलों में भी दहशत का माहौल है। बीती रात असलहों से लैस दर्जन भर से ज्यादा डकैतों ने काकोरी थानाक्षेत्र के कटौली और बनियाखेड़ा गांव में जमकर लूटपाट की। इस दौरान डकैतों ने ग्राम प्रधान हरिशंकर यादव के घर में लूटपाट करने के बाद डकैतों ने कटौली गांव के प्रधान के बेटे को गोली मार दी जिस उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद डकैत मौके से फरार हो गए। इसके बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बदमाशों ने दोनों गांवों में कई घरों में डकैती डाली। आरोप है कि पुलिस के आलाधिकारियों को बनियाखेड़ा गांव में डकैती की सूचना थी। यहां पर पुलिस अधिकारियों की फौज के सामने ही डकैती पड़ी। गोलियों की तड़तड़ाहट सुन कटौली की तरफ जब पुलिस भागी तो बदमाश भागने में सफल रहे। गांव वालों ने कहा कि पुलिस ने अगर घेराबंदी की होती तो डकैत पकड़े जा सकते थे। काकोरी थाने के बजाए मलिहाबाद की पुलिस पहले पहुंची।
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि काकोरी के दो गांव में बीती रात बदमाशों डकैती की वारदात को अंजाम दिया। एक गांव में डकैती डालने के बाद दूसरे गांव में पहुंचे डकैतों ने ग्राम प्रधान के बेटे को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई है। इस मामले में इंस्पेक्टर काकोरी को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
आईजी, एसएसपी समेत कई बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, उन्हें ग्रामीणों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है बनियाखेड़ा गांव में शनिवार देर रात करीब दो बजे दर्जनभर डकैतों ने तीन घरों में धावा बोला। इसके बाद यहां से थोड़ी दूरी पर कटौली में डकैती की घटना को अंजाम दिया। डकैतों के दौरान विरोध करने पर बदमाशों ने कटौली गांव के ग्राम प्रधान के बेटे को गोली मार दी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।घटना में सात लोग घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के सामने वारदात
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस को घटना के तुरंत बाद सूचना दे दी गई थी। पुलिस घटना स्थल से 150 मीटर दूर थी, बावजूद इसके डकैत फायरिंग करते हुए आसानी से भाग निकले। फायरिंग बंद होने के बाद पुलिस आगे बढ़ी तब तक सारे डकैत फरार हो चुके थे।
कई घरों में की लूटपाट
डकैतों ने ग्राम प्रधान हरिशंकर यादव के घर में लूटपाट के बाद चार घरों में धावा बोला, यहां जमकर लूटपाट की।
बदमाशों के भागने के बाद लकीर पीटने में जुटी पुलिस
असलहों से लैस दर्जनभर से अधिक डकैतों नेकटौली और बनियाखेड़ा गांव में जमकर उत्पात मचाया। करीब डेढ़ घंटे तक डकैत गोलियां चलाते रहे। इस दौरान ग्रामीण पुलिस को फोन करते रहे रहे, लेकिन पुलिस घटना के डेढ़ घंटे के बाद मौके पर पहुंची। वारदात के बाद पुलिस लकीर पीटने में जुटी है।
सांसद ने उठाया पुलिस पर सवाल
काकोरी में कल देर रात डकैती की घटना पर मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर ने भी सवाल उठाया है। उन्होंने पुलिस की डायल 100 सेवा और थानों के व्यवहार पर सवाल उठाए हैं। कौशल किशोर ने आरोप लगाया कि लखनऊ पुलिस घटनाओं को छुपाती है। बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस की गाडिय़ों के सामने से भागे। बदमाश पुलिस के वाहनों की रोशनी का लाभ उठाकर ही भागे। उन्होंने कहा कि यूपी 100 को एमसीआर से जोडऩे के चलते ही पुलिस देर से पहुंची।