सुप्रीम कोर्ट ने देश के अयोध्या में सबसे पुराने रामजन्मभूमि विवाद मामले में ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह फैसला लोकतंत्र के प्रति लोगों के विश्वास और सम्मान को मजबूत करेगा। श्रीराम जन्मभूमि पर प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर श्रीराम की कीर्ति की भांति ही दुनिया के कोने-कोने में भारत की कीर्ति फैलाएगा। प्रभु श्रीराम का मंदिर राष्ट्र मंदिर के तौर पर एक भारत-श्रेष्ठ भारत के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करेगा।
योगी ने एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी से सहयोग की सराहना करते हुए कहा-‘प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय भारतीय विधि व्यवस्था की निष्पक्षता का सजीव प्रमाण है। सभी नागरिक इस फैसले को सहजता और सद्भाव के साथ स्वीकार करें।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत है, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें, उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
योगी ने कहा कि यह भारतीय चिरंतन, मूल्य, सह-जीवन, सह -अस्तित्व, सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षाकाल है। संपूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है। उन्होंने प्रभु श्रीराम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति, सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्रीराम का संदेश देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि ‘यह भारतीय चिरंतन मूल्य,सह-जीवन, सह-अस्तित्व,सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षा काल है। सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है। आइये, प्रभु श्री राम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति, सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्री राम का संदेश दें।’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ब्लाग पर लिखा ‘लगभग पांच सदी से चल रहे एक बड़े और बहुप्रतीक्षित विवाद का अंतत: सुखद और संतोषप्रद समाधान प्राप्त हुआ। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग अब संपूर्ण अवरोधों से मुक्त हो चुका है।’ मुख्यमंत्री ने फैसले पर अपनी भावनाओं को अपने ब्लाग पर साझा किया है।
गोरक्षपीठाधीश्वर युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज, परम पूज्य गुरुदेव गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज एवं परमहंस रामचंद्र दास जी महाराज को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
मुख्यमंत्री ने एक तश्वीर भी ट्वीट की है। इसमें वह लिखते हैं, ‘गोरक्षपीठाधीश्वर युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज, परम पूज्य गुरुदेव गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज एवं परमहंस रामचंद्र दास जी महाराज को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।’
गंगा-जमुनी संस्कृति और मजबूती देगा फैसला : स्वतंत्र देव
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि श्रीरामजन्म भूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का अभिनंदन करता हूं। यह निर्णय भारत की गंगा-जमुनी संस्कृति को और भी मजबूती प्रदान करेगा। मैं भारत की न्याय व्यवस्था को नमन करता हूं। ऐतिहासिक निर्णय को पूरा देश सहज एवं सहर्ष स्वीकार कर रहा है। पूरे देश में शांति एवं सद्भाव बना हुआ है। विश्वास है आगे भी सद्भाव बना रहेगा।
सर्वोपरि सिद्ध हुआ संविधान : दीक्षित
विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने फैसले का स्वागत किया है। कहा कि भारत में संविधान की सत्ता है। संविधान में भारत के लोगों की निष्ठा है। सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय में किसी पक्ष की हार जीत नही हुई है बल्कि संविधान ही सर्वोपरि सिद्ध हुआ है। भरोसा है कि देश के सभी लोग, सभी दल व संगठन इस निर्णय का स्वागत करेंगे।
कोई हारा नहीं बल्कि हिंदुस्तान जीता : केशव
अयोध्या पर सुप्रीम फैसले का स्वागत करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इससे देश की राष्ट्रीय एकता, अखंडता और आपसी सौहार्द को और बल मिला है। इस फैसले से कोई हारा नहीं है बल्कि हिंदुस्तान जीता है। इस फैसले का सभी वर्गों, दलों ने स्वागत किया है जिससे न्यायिक प्रणाली में सामान्यजन के विश्वास को और मजबूती मिली है।