एजेंसी/ रईसजादों की इन लड़कियों के कारनामों से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग खफा हैं। उन्होंने बहुत कोशिश की कि लड़कियां उनका कहना मानें, लेकिन नतीजा सिफर रहा।उनमें से ज्यादातर कॉलेज स्टूडेंट है लेकिन वे प्राइवेट जेट और याच से चलती हैं, रात भर में पौने पांच लाख की शराब पी जाती हैं। 15 लाख की ऑनलाइन शॉपिंग करते उन्हें सेकेंड लगते हैं। अपनी हर अय्याशी को वे सोशल मीडिया पर जगह देती हैं। जलने वालों की फेहरिस्त जितनी लंबी होती जाती है, उन्हें उतनी ही खुशी मिलती है। लेकिन समाज का एक बड़ा तबका उनकी ओर देखता है और हीनभावना से घिर जाता है। शायद ये बात चीन के राष्ट्रपति बखूबी समझते हैं। हुस्न, शराब, बेशुमार दौलत और बेहूदा ख्वाहिशों के मद में चूर इन लड़कियों को राष्ट्रपति की बात समझ में नहीं आती।चीनी मीडिया रईसजादों की अय्याश लड़कियों को ‘फ्यॉरडाइ’ के बच्चे कहती है। फ्यॉरडाइ (चीन में साल 1970 के बाद से पनपे दूसरी पीढ़ी के रईस) के बच्चे जैसे-जैसे बड़े हो रहे हैं, वैसे ही बिगड़ैल बच्चों में तब्दील होते जा रहे हैं। ये हम नहीं, डेलीमेल की खबर कह रही है। महीने भर पहले राष्ट्रपति की आपत्ति के बाद इन बिगड़ैल बच्चों पर टीवी के रिएलिटी शोज में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। शी जिनपिंग को नहीं पसंद कि कोई पैसों की फिजूखर्ची करे और यूं दिखावटी डींगे मारे।