राहुल गांधी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के रीवा में रैली को संबोधित किया. राहुल गांधी ने कहा कि देश को लगा था कि मोदी किसान, मजदूर की चौकीदारी करेंगे लेकिन उन्होंने चोरी की. उन्होंने लोगों का पैसा अनिल अंबानी के जेब में डाला.
उन्होंने लोगों का पैसा अनिल अंबानी के जेब में डाला. मोदी रोजगार की बात नहीं करते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुझे बताया गया कि इस जिले में नोटबंदी और जीएसटी के कारण 12 हजार छोटे बिजनेस बंद हुए.
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मोदी ने आपकी जेब से पैसा निकाला. उन्होंने आपको लाइन में खड़ा किया. आपका पैसा नीरव मोदी और विजय माल्या को दिया गया.
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी लागू होने से जनता के जेब से पैसा खत्म हो गया. व्यापारियों की दुकानें बंद हो गईं. फैक्ट्रियां बंद हुईं. 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज देश में है.
उन्होंने कहा कि न्याय योजना से हम गरीब लोगों के खाते में पैसा डालेंगे. न्याय योजना व्यापारियों के लिए भी है. इसका फायदा उनको भी होगा. जैसे लोगों के खाते में पैसा जाएगा, लोग व्यापारियों से सामान खरीदेंगे. इसका सीधा फायदा व्यापारियों को होगा.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिसकी आमदनी 12 हजार प्रतिमाह से कम है उसके बैंक खाते में साल में 72 हजार रुपये जाने वाले हैं. न्याय योजना का पैसा 5 करोड़ परिवारों को मिलेगा. मोदी ने देश के लोगों से झूठ बोला. उन्होंने 15 लाख का झूठ बोला. मोदी ने 5 साल अन्याय की सरकार चलाई. हम न्याय की सरकार चलाएंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि नीरव मोदी, विजय माल्या ने कर्ज लिया, लेकिन वो जेल के बाहर हैं. किसान 10 हजार का कर्ज लेता है तो वो जेल के अंदर होता है. 2019 में जीतने के बाद रीवा का कोई भी किसान कर्ज नहीं लौटाने पर जेल नहीं जाएगा. मोदी ने युवाओं को धोखा दिया. करोड़ों युवाओं से मोदी ने रोजगार छिना. 22 लाख सरकारी पद आज खाली हैं. ये पद हम भरेंगे एक साल के अंदर.
10 लाख युवाओं को पंचायत में नौकरी देंगे. हमने फैसला लिया है कि 2019 में जीतने के बाद किसी भी य़ुवा को बिजनेस चालू करने के लिए सरकारी दफ्तर से इजाजत लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. 3 साल बाद जब आपका बिजनेस तैयार हो जाएगा, तब आप सरकार से इजाजत लीजिएगा.
राहुल गांधी ने कहा कि हम खोखले वादे नहीं करते हैं. हम झूठ नहीं बोलते. जमीन अधिग्रहण बिल हम लाए. हम किसानों के हक के लिए लड़े. छत्तीसगढ़ में पहली बार जमीन अधीग्रहण बिल में हमने किसानों को उनकी जमीन वापस दी. हम न्याय चाहते हैं.