उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदल रहा है। कई जगह ओलावृष्टि हुई है। राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बरसात भी हुई है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक कुछ राज्यों में बादल छाए रहने की संभावना व्यक्त की है।
उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में मौसम में आंशिक बदलाव नजर आया। पंजाब के गुरदासपुर और पठानकोट में बुधवार रात बारिश के साथ ओले पड़ने के कारण खेतों में गेहूं की फसल बिछ गई तो राजस्थान व के कुछ हिस्सों में हल्की बरसात हुई। बिहार के मुजफ्फरपुर में भी बारिश के साथ ओले पड़े हैं
यूपी में बारिश से तापमान में गिरावट
यूपी की राजधानी लखनऊ समेत कई शहरों में आज सुबह से बारिश हो रही है, जिससे पांच से सात डिग्री तक तापमान गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और वर्षा होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। 20 और 21 तारीख को तेज जबकि बाकी दिन हल्की वर्षा हो सकती है।
मौसम में बदलाव के लिए तीन कारक जिम्मेदार
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि मौसम में इस बदलाव के लिए तीन कारक जिम्मेदार हैं। पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है तो राजस्थान से एक अक्षीय रेखा महाराष्ट्र की ओर बढ़ रही है। इसके अलावा निचले स्तर पर चल रही नमी भरी हवाओं और मध्यम स्तर पर बह रही शुष्क पश्चिमी हवाओं का टकराव भी मौसम में आए इस बदलाव की एक बड़ी वजह है।
गर्मी से मिलेगी राहत
महेश पलावत ने बताया कि इन पांच दिनों के दौरान गर्मी से थोड़ी राहत रहेगी, तापमान में कुछ गिरावट आएगी, लेकिन 22 मार्च से तापमान और गर्मी में फिर से बढ़ोतरी होने लगेगी। लुधियाना स्थित पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग प्रमुख डा. पीके किंगरा ने बताया कि खराब मौसम की संभावना को देखते हुए किसानों को गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने की हिदायत जारी की गई है। जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण हल्की से मध्यम बारिश के साथ आंधी की दौर भी चलेगा। ओले भी गिर सकते हैं।