मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर जश्न मनाने की तैयारी को कांग्रेस ने बेहद शर्मनाक कहा है। पार्टी ने कहा है कि सीमा पर असुरक्षा की भावना है और सैनिकों के मन में कुंठा है। यह सब कुछ केंद्र सरकार की गलत नीतियों का परिणाम है। कांग्रेस प्रवक्ता संजय बाजपेयी ने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा एक सिर के बदले दस सिर लाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा था। अब दो सैनिकों के शवों के साथ, जिस प्रकार पाकिस्तान ने बर्बरता की उसके विरुद्ध प्रधानमंत्री एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। देश की सीमाएं पूरी तरह असुरक्षित हैं।
प्रतिवर्ष एक करोड़ रोजगार देने के वादे के विपरीत लाखों नौकरियां खत्म हो गई हैं, बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ रही है।” उन्होंने कहा, “नोटबंदी के दौरान होने वाली कठिनाइयों को दूर करने और सब ठीक करने के लिए पचास दिन में सब ठीक होने का दावा किया गया था। लेकिन, आज भी प्रदेश में नकदी की किल्लत बरकरार है। हालत यह है कि प्रदेश के अधिकांश एटीएम खाली हैं और बैंकों से जनता को पर्याप्त मात्रा में धन की निकासी नहीं हो पा रही हैं। किसानों को उनकी उपज का दोगुना लाभ देने का वादा करने वाली भाजपा के शासनकाल में किसानों को उनकी उपज का समुचित मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते वह आत्महत्या करने के लिए विवश हो रहे हैं।”
बाजपेयी ने कहा, “उप्र में योगी सरकार के शपथ लेते ही इलाहाबाद में जिस प्रकार एक ही परिवार के चार सदस्यों की बर्बरतापूवर्क हत्या की गई और पति-पत्नी के सामने उनकी दो बेटियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या की गई, इस घटना ने निर्भया कांड की वीभत्सता को भी पीछे छोड़ दिया है। राजधानी लखनऊ में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या, मथुरा में व्यापारियों की गोली मारकर हत्या आदि तमाम घटनाएं पचास दिन पूरे होने तक रोजाना जारी हैं। ऐसे में सरकार को तीन साल पूरे होने पर जश्न मनाना शोभा नहीं देता।”