मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसुलूकी व मारपीट मामले में पुलिस पूछताछ के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बयान जारी कर इसे दबाव का पर्याय बताया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस की कोई गलती नहीं है। उस पर दबाव है कि किसी तरह हमें फंसाए। उन्होंने कहा कि वह आगे भी पुलिस को सहयोग करेंगे।
मनीष सिसोदिया ने कहा है कि जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनी है, राशन माफिया, प्राइवेट स्कूल माफिया, बिजली माफिया और टैंकर माफिया के खिलाफ संघर्ष चल रहा है। इससे जिन बेईमानों के धंधे बंद हुए हैं, उनमें भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही लोग शामिल हैं। ऐसे यह दोनों पार्टियां आप सरकार के खिलाफ समय-समय पर षड्यंत्र रचती रहती हैं।
केंद्र सरकार और उपराज्यपाल ने तमाम एजेंसियों को हमारे पीछे लगा रखा है। न जाने कितने फर्जी केस हमारे मंत्रियों और विधायकों पर किए हुए हैं, लेकिन एक-एक करके सभी केस कोर्ट में खारिज हो रहे हैं। यह फर्जी केस भी कोर्ट में खारिज हो जाएगा।
यहां पर बता दें कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी व मारपीट मामले में उत्तरी जिला पुलिस ने शुक्रवार शाम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की। छह पुलिस अधिकारियों की टीम ने मथुरा रोड स्थित उनके आवास पर जाकर पूछताछ की।
पुलिस के अनुसार उनसे 125 सवाल पूछे गए। अधिकतर के जवाब उन्होंने दिए, जबकि कुछ सवालों के जवाब में कहा कि उन्हें याद नहीं है। पूछताछ की कार्यवाही की दिल्ली पुलिस की तरफ से वीडियो रिकार्डिग भी कराई गई। पूछताछ के दौरान सिसोदिया ने न तो चाय पी और न ही पानी पिया। उन्होंने पुलिस को भी इसके लिए नहीं पूछा।
उत्तरी जिले के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वह यह नहीं बता सकते कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के जवाब एक जैसे थे अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फोरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
घटना के बाद पुलिस ने जांच में पाया था कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे की टाइमिंग पीछे थी। जानबूझकर ऐसा किया गया था अथवा किसी की नजर उसपर नहीं गई, रिपोर्ट आने के बाद इस बारे में पता लग पाएगा।
उन्होंने बताया कि शाम 4.30 बजे छह अधिकारियों की टीम सिसोदिया के आवास पर पहुंच गई थी। वहां सिसोदिया के साथ दो अधिवक्ता भी थे। उन्होंने कहा कि सिसोदिया से इसलिए पूछताछ की गई क्योंकि बैठक में वह भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे और घटना वाले दिन मुख्य सचिव को फोन कर किसी योजना से संबंधित फाइल लेकर पहले अपने घर और बाद में केजरीवाल के आवास पर बुलाया था। मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के सामने बैठक में मौजूद आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने मुख्य सचिव के साथ बदसुलूकी व मारपीट की थी।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री के आवास पर बुलाकर मुख्य सचिव से मारपीट की गई, उससे साफ है कि सुनियोजित साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया गया।
ज्ञात हो कि 19 फरवरी की आधी रात 12 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को बुलाया गया था। वहां पहले से एक कमरे में केजरीवाल, सिसोदिया आप के 11 विधायक व मुख्यमंत्री के सलाहकार रहे वीके जैन मौजूद थे। मुख्य सचिव का आरोप है कि बैठक में आप विधायकों ने उनके साथ बदसुलूकी व मारपीट की थी।
सिसोदिया से पूछे गए कुछ खास सवाल
– 19 फरवरी की देर रात मुख्यमंत्री केजरीवाल के कैंप कार्यालय में हुई बैठक में क्या हुआ था?
– क्या आपके सामने मारपीट हुई थी? बैठक के दौरान कौन कहां बैठा था?
-मुख्य सचिव को सोफे पर बैठे विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्लाह खान के बीच में बैठने के लिए क्यों कहा गया?
-केजरीवाल के आवास के सात सीसीटीवी कैमरे खराब क्यों पड़े थे? जो ठीक थे उनकी टाइमिंग पीछे क्यों थी?
-घटना के दौरान केजरीवाल और आप कहां थे? देर रात बैठक बुलाने की क्या वजह थी? बैठक में कितने लोग शामिल थे?
– बैठक में आने के लिए मुख्य सचिव को किन-किन लोगों ने फोन किया था? बैठक में अचानक क्या हुआ था? किस बात को लेकर झगड़ा हुआ था?
-क्या अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल ने मुख्य सचिव के साथ मारपीट की थी? कौन-कौन लोग हंगामा कर रहे थे? आपने पुलिस को फोन क्यों नहीं किया?
-मुख्य सचिव का आरोप है कि साजिश के तहत उन्हें वहां बुलाया गया था, आपका क्या कहना है?
-आपने दिन में मुख्य सचिव को मुख्यमंत्री आवास पर आने के लिए क्यों कहा था?