हाई परफॉर्मेंस निदेशक सांटियागो निएवा ने कहा कि अगले साल ओलंपिक क्वॉलिफायर के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए सभी महिला मुक्केबाजों को 29-30 दिसंबर को चयन ट्रायल्स में हिस्सा लेना होगा। इस कदम से चयन को लेकर उठा विवाद समाप्त हो गया, जिसका केंद्र एम सी मैरीकॉम थीं।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) अध्यक्ष अजय सिंह के बयान के अनुसार छह बार की विश्व चैम्पियन मैरीकॉम को ट्रायल्स से छूट दी गई थी, जिससे बाद विवाद खड़ा हुआ था। लेकिन निएवा ने कहा कि महिलाओं के सभी पांच ओलंपिक वर्गों में मुक्केबाजों को दो दिन में होने वाली चयन बाउट के आधार पर चुना जाएगा। ओलंपिक क्वॉलिफायर अगले साल फरवरी में चीन में आयेाजित किए जाएंगे।
निएवा ने बीएफआई कार्यकारी समिति के अगस्त में लिए गए फैसले का जिक्र करते हुए कहा, ”क्वॉलिफायर के लिए सभी महिला मुक्केबाजों का फैसला ट्रायल्स से किया जाएगा क्योंकि ओलंपिक क्वॉलिफायर के लिए सीधा क्वॉलिफिकेशन हासिल करने के मद्देनजर विश्व चैम्पियनशिप के जरिये जो नीति बनाई गई थी वो फाइनल में पहुंचने वाली मुक्केबाजों के लिए थी।”
ओलंपिक वर्ग (51, 60, 64, 69 और 75 किग्रा) में कोई भी महिला मुक्केबाज फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी। मैरीकॉम (51) और लवलिना बोरगोहेन (69) ही सेमीफाइनल में हारने के बाद कांस्य पदक जीत पाई थीं।
अजय सिंह के बयान के बाद पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निकहत जरीन ने मेरीकोम के खिलाफ ट्रायल की मांग की थी और इस संबंध में उन्होंने खेल मंत्री किरेन रिजिजू को भी हस्तक्षेप करने की मांग की थी, जिससे उन्होंने इनकार कर दिया था।
पुरुष मुक्केबाज भी 27-28 दिसंबर को ट्रायल्स में हिस्सा लेंगे, लेकिन इसमें विश्व पदकधारी अमित पंघाल (52 किग्रा) और मनीष कौशिक (63 किग्रा) शिरकत नहीं करेंगे क्योंकि इन दोनों ने विश्व चैम्पियनशिप में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते थे।