बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन में जबरदस्त हंगामे के कारण कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को भी सदन की कार्यवाही हंगामे और विरोध की भेंट चढ़ गई थी। नौकरी के बदले जमीन मामले को लेकर भाजपा लगातार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रही है।
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया।तीसरे दिन की कार्यवाही 37 मिनट तक ही चली। सदन में जबरदस्त हंगामे के कारण कार्यवाही को गुरुवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। नौकरी के बदले जमीन मामले को लेकर भाजपा के नेता लगातार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
भाजपा नेताओं ने शिक्षक नियुक्ति नियमावली में सुधार, नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग और राजधानी पटना में किसान सलाहकारों पर लाठीचार्ज के विरोध में सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही सदन में नारेबाजी और हंगामा किया।
विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी द्वारा प्रश्नकाल के बाद विपक्ष को अपनी बात कहने का आश्वासन पर भाजपा के विधायक शांत हुए, लेकिन तारांकित प्रश्न खत्म होते ही भाजपा के सदस्यों ने सदन के बीच रिपोर्टर टेबल को घेर लिया और पर्चा लहराते हुए टेबल पीटने लगे, कुर्सियां पलटने लगे, जिसे रोकने के लिए मार्शलों का खूब मशक्कत करनी पड़ी।
भाजपा ने सीएम नीतीश के जीरो टॉलरेंस की नीति पर उठाए सवाल
नौकरी के बदले जमीन मामले में भाजपा के विधायक तेजस्वी और नीतीश के इस्तीफे की मांग पर अड़ी रही। भाजपा ने फिर से मुख्यमंत्री पर डिप्टी सीएम को बचाने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सदन में तेजस्वी यादव के इस्तीफे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलेरेंस पर देश सीएम नीतीश का दीवाना था, वो आज मौन क्यों हैं।
भाजपा विधायक ने कागज फाड़कर सदन में उड़ाए
अध्यक्ष के बार-बार बैठने कहने के बाद जब विजय सिन्हा नहीं बैठे तो उनका माइक बंद कर दिया गया। सदन में जब तेजस्वी बोल रहे थे, तब भाजपा विधायक नीरज बबलू ने कुर्सी उठाकर विरोध किया। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा आचरण ना करें, जिसको लेकर मुझे कार्रवाई करनी पड़े। भाजपा विधायकों ने कागज फाड़कर सदन में उड़ाए।
सदन में नीरज बबलू के विरोध करने के तरीके पर अध्यक्ष एक्शन ले सकते हैं। कागज उड़ाने वालों का नाम नोट किया गया है। इस दौरान भाजपा विधायक लगातार ‘तेजस्वी इस्तीफा दो’ के नारे लगाते रहे। नीरज बबलू और मार्शल के बीच धक्का मुक्की भी हुई। 10 लाख नौकरियों को लेकर भी भाजपा ने सरकार को घेरा है। पटना में किसान सलाहकारों पर हुए लाठीचार्ज का मुद्दा भी सदन में गूंजा है।
भाजपा विधायकों की नाराजगी तब और बढ़ गई जब शिक्षा मंत्री किसी सवाल का जवाब दे रहे थे। पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक प्रमोद कुमार सदन में अध्यक्ष की कुर्सी के नजदीक पहुंच गए शिक्षा मंत्री को चुप रहने के लिए बोलने लगे, लेकिन शिक्षा मंत्री लगातार बोलते रहे। इसके बाद सदन में हंगामा लगातार बढ़ता गया।
विजय सिन्हा बोले- नहीं चलने देंगे सदन की कार्यवाही
भाजपा के नेता सदन के अंदर रखी हुई टेबल और कुर्सियों को पलटने लगे, जिसके बाद माहौल बेहद गर्म हो गया। भाजपा विधायकों के इस तेवर को देख विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी बेहद गुस्से में आ गए और लगभग चिल्लाते हुए हंगामा कर रहे विधायकों को कार्रवाई करने की बात कही, लेकिन विधायक सुनने को तैयार नहीं थे, जिसके बाद सदन कि कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
सदन के बाहर निकलने के बाद नेता विरोधी दल विजय सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर कहा कि ऐसा कोई भी मंत्री जिसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा रहा है वह किसी भी कैबिनेट का हिस्सा नहीं हो सकता है। इसके पहले बिहार में ही कुछ मंत्रियों के खिलाफ ऐसा हुआ था। तब उन्हें पद से हटना पड़ा था। विजय सिन्हा ने कहा कि यह जनता के साथ धोखा है। जब तक कैबिनेट से तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देते हैं, हम सदन की कारवाईं नहीं चलने देंगे।
तेजस्वी ने भाजपा पर किया पलटवार
वहीं, सदन के बाहर तेजस्वी यादव ने भी पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा के हंगामे पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में आरोप पत्र मेरे खिलाफ पहला नहीं है और यह आखिरी होने की संभावना भी नहीं है। ऐसा आगे भी हो सकता है, लेकिन भाजपा जवाब दे कि क्या उनके पास कोई खास वॉशिंग मशीन है, जिसमें कोई जाता है तो वो साफ हो जाता है।