करेला का सेवन स्वास्थ्य को कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है. लेकिन कई लोग इसे खाना पसंद नहीं करते. पर आपको बता दें, गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. अगर आप भी नहीं कहते हैं तो खाना शुरू कर दें ताकि आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं होगा. करेला में फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम, बीटा-केरोटिन और डाइट्री फाइबर होता है जो गर्भ में पल रहे बच्चे और मां दोनों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. आइये जानते हैं इसके लाभ.
फोलेट उच्च मात्रा में होता है:
गर्भवती महिलाओं के लिए फोलेट एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है. यह मिनरल्स संभावित न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट को सुरक्षित रखने में मदद करता है. करेला में फोलेट की बहुत अधिक मात्रा होती है. इसमें गर्भवती महिलाओं में इस मिनरल्स की दैनिक आवश्यकता का एक चौथाई हिस्सा है.
फाइबर की मात्रा अधिक होती है:
करेला में फाइबर उच्च मात्रा में होता है जो आपके पेट को भरा हुआ महसूस कराता है. यह हाई-कैलोरी फूड्स और जंक फूड्स की क्रेविंग्स को कम करता है. इसके अलावा यह प्रेग्नेंसी के दौरान आपको मोटे होने से भी बचाता है.
बॉवेल मूवमेंट को बेहतर रखता है:
करेला पेरिस्टालिसिस को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है जो बाद में बॉवेल मूवमेंट को नियंत्रित करने और गर्भवती महिलाओं के पाचन तंत्र को बेहतर करने में मदद करता है. करेला पाचन तंत्र से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी राहत प्रदान करता है.
भ्रूण का विकास करता है:
करेला कुछ विटामिन और मिनरल्स का एक बड़ा स्रोत है. इसमें आयरन, नियासिन, पोटेशियम, पेंटोथेनिक एसिड, जिंक, पाइरोडॉक्सिन, मैग्नीशियम और मैंगनीज शामिल होता हैं. इसे आसानी से सुपर सब्जी कहा जा सकता है क्योंकि यह भ्रूण के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.