एंटीलिया मामले में स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या की जांच अब एनआईए के हाथों में है और एजेंसी हर एंगल से इसकी जांच पड़ताल कर रही है। एनआईए के अधिकारियों को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि हिरेन के पोस्टमार्टम के समय सचिन वाजे सरकारी अस्पताल में ही मौजूद था।
अब एनआईए हिरेन का पोस्टमार्टम करने वाले तीन डॉक्टरों से भी पूछताछ करेगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी पोस्टमार्टम करने वाले तीन डॉक्टरों से जो सवाल कर सकती है, वो कुछ इस तरह हैं..
1. पोस्टमार्टम के दौरान क्या डॉक्टरों पर किसी तरह का कोई दबाव था, क्या पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की गई थी?
2. डॉक्टरों से कौन-कौन मिलने आया था, क्या कोई बातचीत हुई थी या किसी का कोई फोन आया था?
3. पोस्टमार्टम के लिए पूरे सैंपल पहली बार में ही क्यों फॉरेंसिंक के लिए नहीं भेजे गए?
4. डॉक्टरों से अस्पताल आने वाले लोगों का रिकॉर्ड मांगा जाएगा, क्योंकि एटीएस की जांच में पाया गया था कि मुलाकात करने वालों का कोई लिखित रिकॉर्ड नहीं है।
5. सचिन वाजे पोस्टमार्टम के दौरान वहां क्या कर रहा था, क्या वह आधिकारिक तौर पर वहां आया था या उसने किसी डॉक्टर पर कोई दबाव बनाया था?
एनआईए की जांच में सामने आया कि वाजे पांच मार्च को शाम साढ़े छह बजे ठाणे के सरकारी अस्पताल आया था। उसने क्राइम ब्रांच के अधिकारी अलकनूर से बातचीत की थी। इसके अलावा जांच में यह भी पता चला कि वाजे ने मनसुख हिरेन के भाई विनोद हिरेन से भी मुलाकात की थी।
मनसुख हिरेन की हत्या मामले में डायटम रिपोर्ट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों की माने तो अब तक की जांच में सामने आया है कि मनसुख को तीन से चार लोगों ने पहले मारा और फिर बाद पानी में फेंक दिया लेकिन मनसुख की डायटम रिपोर्ट कुछ और कहानी बयां करती है। रिपोर्ट के मुताबिक, मनसुख की मौत पानी में गिरने की वजह से हुई। एटीएस के डीआईजी ने इस रिपोर्ट को हरियाणा भेज दिया है, एनआईए इसी रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
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