नई दिल्ली। अनुराग मिश्र/पीयूष अग्रवाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में मैदान में उतरे उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.10 करोड़ रुपये है और 18 फीसदी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच (एमईडब्ल्यू) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है। एमईडब्ल्यू और एडीआर ने मिलकर 355 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया।
रिपोर्ट के अनुसार, 355 में से 80 उम्मीदवार करोड़पति हैं। भारतीय जनता पार्टी के 28 में से 23, कांग्रेस के 28 में से 22, बीएसपी के 28 में से 13, सपा के 14 में से 2 और 178 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 14 करोड़पति हैं। मध्य प्रदेश के उपचुनावों में उतरे उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.10 करोड़ रुपये है। कांग्रेस के 28 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 5.82 करोड़ रुपये है, वहीं बीजेपी के 28 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3.17 करोड़ रुपये है। बीएसपी के 28 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.56 करोड़ रुपये, तो सपा के 14 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 33.87 लाख रुपये है।
उपचुनाव में खड़े 63 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 39 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। कांग्रेस के 28 में से 14, बीजेपी के 28 में से 12, बीएसपी के 28 में से 8, सपा के 14 में से 4 और 178 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 16 ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में 28 में से 10 संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र हैं, जहां तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र वे हैं, जहां तीन या तीन से अधिक ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन्होंने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। मेघाऊ, करेरा, गोहड़, बयोरा, मुरैना, सुमौली, अंबा, ग्वालियर, भंडेर और अगर संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र हैं।
कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू सबसे अमीर-
उपचुनावों में उतरे उम्मीदवारों में कांग्रेस के प्रेमचंद गु्ड्डू सबसे अमीर हैं। उनकी चल और अचल संपत्ति कुल 86 करोड़ रुपये है। धनवान उम्मीदवारों की सूची में दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के डॉ सुशील कुमार प्रसाद हैं। उनकी चल और अचल संपत्ति कुल 15 करोड़ रुपये की है। इसी फेहरिस्त में तीसरे नंबर पर बीजेपी के राजवर्धन सिंह हैं, जिनकी चल और अचल संपत्ति 13 करोड़ रुपये की है। वहीं, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया के चीना बेगम की संपत्ति तीन हजार रुपये की है। चुनाव में उतरे उम्मीदवारों में चीना बेगम की संपत्ति सबसे कम है। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर आगामी तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं। इन सीटों पर नामांकन से जुड़ी सारी प्रक्रियाएं समाप्त हो चुकी हैं।
55 फीसदी उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच-
55 फीसदी उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 37 प्रतिशत ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। 21 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 4 उम्मीदवारों ने असाक्षर घोषित की है। मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में 22 यानी 6 फीसदी महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।