मकर संक्रांति को खिचड़ी, पोंगल, उत्तरायण जैसे कई नामों से जाना जाता है। इस दिन भगवान सूर्य और विष्णु जी की विधिवत पूजा करने का विधान है। इस दिन तिल-गुड़ का दान करना और सेवन करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन तिल से कुछ खास उपाय करके जीवन में खुशियां ही खुशियां पा सकते हैं। आइए जानते हैं, इन उपायों के बारे में…
विष्णु धर्मसूत्र के अनुसार, पितरों का आत्मा शांति के साथ अच्छे स्वास्थ्य और घर में खुशियां लाने के लिए मकर संक्रांति में इस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
तिल से स्नान
मकर संक्रांति के दिन स्नान वाले पानी में थोड़े से तिल डाल लें। इस पानी से नहाने से ग्रह दोष से निजात मिल जाएगी।
तिल का दान
मकर संक्रांति के दिन तिल का दान करना शुभ माना जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, शनिदेव से अपने क्रोधित पिता सूर्य देव को शांत करने के लिए काले तिल का इस्तेमाल किया था। ऐसे में सूर्यदेव ने प्रसन्न होकर उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा था कि वह जब मकर राशि में आएंगे, तो पूजा में तिल का इस्तेमाल करने से शनि दोष से मुक्ति मिल जाएगी। इसलिए मकर संक्रांति के दिन तिल का दान करना शुभ माना जाता है।
तिल से बना भोजन
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ से बने लड्डू खाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप चाहे, तो खाने में भी थोड़ा सा तिल डाल सकते हैं।
जल में तिल अर्पित करना
नजर दोष से बचने के साथ अच्छे स्वास्थ्य के लिए काले तिल लेकर अपने ऊपर से उतारकर जल में प्रवाहित कर दें।
तिल से दें आहुति
मकर संक्रांति के दिन विधिवत पूजा करने के साथ हवन जरूर करें। इसके साथ ही हवन में तिल से आहुति जरूर दें। ऐसा करने से दुर्भाग्य से छुटकारा मिल जाएगा।
तिल का उबटन
शास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन तिल के उबटन को लगाकर स्नान करना चाहिए। इसके बाद उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने रोग, दोष और भय से छुटकारा मिल जाता है और सूर्यदेव की कृपा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।