यूपी नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा ने जहां प्रदेश की सभी 17 नगर निगम सीटों पर जीत का परचम लहराया है वहीं इस बार मुस्लिम बाहुल सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। यह पहली बार है जब भाजपा के पांच मुस्लिम प्रत्याशी बने नगर पंचायत अध्यक्ष बने हैं।
नगरीय निकाय चुनाव में इस बार मुस्लिम बाहुल मतदाताओं वाली सीटों पर भी भाजपा को जीत मिली है। इसे लेकर भाजपा के प्रति मतदाताओं में बन रहे नए समीकरणों की पुष्टि हो रही है कि अब मुस्लिम मतदाता भी भाजपा की नीतियों के प्रति अपना विश्वास व्यक्त कर रहे हैं। भाजपा ने चुनाव में 395 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे थे।
इनमें नगर पालिका व पंचायतों के अध्यक्ष पद के लिए 32 उम्मीदवारों में से पांच ने जीत हासिल की है।मुस्लिम बाहुल सीटों पर जीत को लेकर भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने कहा है कि मुस्लिम बाहुल सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों की जीत ने मुस्लिम समाज में भाजपा के प्रति अफवाहें फैलाने वालों की दुकान अब हमेशा केलिए बंद हो गई है।
प्रदेश के इतिहास में पहली बार भारतीय जनता पार्टी पर मुस्लिम समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो सबका साथ और सबका विकास सबका विश्वास के साथ चलती है।
भाजपा ने पहली बार 395 मुस्लिम उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा था। इनमें नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष पदों पर 32 उम्मीदवार मैैदान में उतारे थे। इनमें से पांच नगर पंचायतों के अध्यक्ष के साथ ही बड़ी संख्या में पार्षद-सदस्यों ने भी जीत हासिल की है। हरदोई की गोपामऊ से नगर पंचायत अध्यक्ष पर वली मोहम्मद जीते हैं।
सहारनपुर के चिल्लकाना नगर पंचायत अध्यक्ष फूल बानो, संभल के सिरसी नगर पंचायत अध्यक्ष कौसर अब्बास, बरेली के धौरा टांडा नगर पंचायत अध्यक्ष नदीमुल हसन व मुरादाबाद के भोजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष फ़र्ख़न्दा ज़बी ने जीत हासिल की है। इसके अलावा गोरखपुर, अमेठी, सिवालखास सहित अन्य जिलों में कई उम्मीदवाारों ने पार्षद-सदस्य का चुनाव जीता है।