एजेंसी/ उत्तर प्रदेश / मेरठ : अपने मां-बाप की डांट से नाराज एक किशोर ने ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड करने से पहले उसने अपने चचेरे भाई को कॉल किया और कहा, ‘भाई मैं मरने जा रहा हूं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने की बात कही, लेकिन परिजनों ने बिना किसी पुलिस कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
मृतक किशोर का नाम 17 वर्षीय संजू पुत्र किरण है जो की पबरसा गांव का रहने वाला है। वह 4 दिन से अपनी रिश्तेदारी में गया हुआ था। बुधवार की शाम वह वापस अपने घर लौटकर आया तो उसकी मां-बाप ने उसे डांट दिया। डांट से परेशान संजू घर से निकला और दौराला-पबरसा मार्ग स्थित रेलवे फाटक पर पहुंच गया। वहां पहुंचकर वह रेलवे ट्रैक पर पैदल दौराला की ओर चल दिया। तभी शाम करीब 6 बजे दिल्ली से हरिद्वार के लिए जा रही उत्कल एक्सप्रेस के आगे उसने कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले संजू ने अपने चचेरे भाई सोनू को कॉल और कहा कि – वह अब नहीं जी सकता। मरने जा रहा है और इस समय रेलवे लाइन पर चल रहा है।
सोनू से उसने कहा, भाई मुझे माफ करना अब मैं जा रहा हूं। कभी वापस नहीं आऊंगा। मां ने मुझे बहुत डांटा। पापा ने भी भला-बुरा कहा। मैंने सब के लिए काम किया, आज घर आया तो मुझे इतना भला बुरा कहा, अब जीने का मन नहीं है। संजू की बात सुनकर सोनू के होश उड़ गए। सोनू ने फोन पर संजू से कहा, ‘तू रुक भाई, मैं आ रहा हूं।
सब ठीक हो जाएगा। तू ऐसा मत कर। इसके बाद सोनू ने यह बात परिजनों को बताई तो सभी दौड़कर रेलवे ट्रैक की ओर दौड़े। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। संजू ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे चुका था। बता दे की वह अपने परिवार में सबसे बड़ा था। उसकी बहन अंजली और छोटा भाई बंटी है। संजू वैल्डिंग का काम कर परिवार का पालन-पोषण करता था। इस घटना के बाद से उसकी मां पुष्पा देवी का रो-रोकर बुरा हाल था।