जयपुर में भगवान के नाम पर सट्टेबाजी का एक बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. सट्टेबाजी में अब तक के सबसे बड़ी रकम 4.19 करोड़ रुपए नकद जप्त किए गए हैं. जयपुर के पुराने शहर किशनपोल बाजार से 4 सटोरियों के पास से रकम बरामद की गई है.
इनके पास दो नोट गिनने की मशीन भी थी. पुलिस रेड में जप्त 9 मोबाइल फोन पर सट्टेबाजी के लिए इन्होंने 30 व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे और सभी राजस्थान के बड़े देवी-देवताओं और जयपुर के बड़े मंदिरों के नाम पर ग्रुप थे.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के एसपी में मेघ चंद मीणा ने बताया कि दुबई में बैठकर सट्टेबाज सट्टेबाजी का रैकेट व्हाट्सएप पर चला रहे हैं और कोड वर्ड के जरिए यहां पर सट्टेबाजी का लाइन देते हैं.
मैच खत्म होने के बाद जो सट्टेबाज, सट्टेबाजी में जीते तथा उनके लिए यह रकम पैक करके यहां पर रखी हुई थी और यहीं से डिलीवरी होती थी. गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में गुजरात के राजकोट का रणधीर सिंह, अजमेर का कृपाल सिंह, झुंझुनू का ईश्वर सिंह और जयपुर का टोडरमल राठौर है.
पुलिस की जांच में पता चला है कि सट्टेबाजी का मास्टरमाइंड राकेश राजकोट दुबई में बैठकर पूरे देश में सट्टेबाजी का रैकेट चला रहा है. इसने डायमंड एक्सचेंज वेबसाइट नाम से अपना ग्रुप बना रखा है जिसमें आईडी पासवर्ड के जरिए सट्टा लगाता है.
पकड़े गए आरोपी उसी से लाइन लेकर अपने रिश्तेदारों को पासवर्ड और कोड देते थे. पकड़ा गया यह ग्रुप गुजरात और राजस्थान में सट्टेबाजी का रैकेट आईपीएल के दौरान चला रहा था.