अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन है और इससे एक दिन पहले चार अगस्त को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने घर पर हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता और नेता/पदाधिकारी अपने-अपने घरों या नजदीकी मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
दरअसल, 2018 विधानसभा चुनाव के समय से ही कांग्रेस मध्य प्रदेश में सॉफ्ट हिंदुत्व की लहर पर सवार है. चुनाव के समय कमलनाथ को हनुमान भक्त बताया गया और सरकार बनने के बाद राम वन गमन पथ योजना हो, गौशालाओं के निर्माण की योजना हो या मंदिरों के सौंदर्यीकरण की योजना हो, कांग्रेस ने खुद को हिंदुत्व से दूर नहीं होने दिया.
वहीं सरकार गिरने से कुछ समय पहले ही कमलनाथ ने भोपाल में सार्वजनिक रूप से हनुमान चालीसा का एक बड़ा पाठ करवाया था. हालांकि कांग्रेस के इस भगवा प्रेम को बीजेपी ने दिखावा बताया है.
बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘जो कांग्रेस भगवान राम के अस्तित्व को नकारती थी और रामसेतु को काल्पनिक बताती थी अब वो राम नाम जप रही है. अच्छा होगा कि कांग्रेस सिर्फ उपचुनाव को सामने देख राम को याद ना करे.’