ओबीसी से करीब 110 करोड़ रुपये का कृषि ऋण लेकर न चुकाने के मामले में सिंभावली चीनी मिल के साथ-साथ आठ ठिकानों पर रविवार को सीबीआई का छापा पड़ा। छापे के बाद सीबीआई ने इस मामले में दस लोगों पर केस दर्ज किया है जिसमें पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के दामाद का नाम भी शामिल है।
बता दें कि ओबीसी बैंक ने सीबीआई को इस घोटाले के मामले में 17 नवंबर 2017 को ही शिकायत कर दी थी लेकिन सीबीआई ने इस मामले में केस 22 फरवरी 2018 को जाकर दर्ज किया। पंजाब सीएम के दामाद का नाम इस केस में सामने आने से इस मामले में और बड़े नामों के खुलासा होने की संभावना बढ़ गई है।
गौरतलब है कि रविवार को करीब चार घंटे की जांच-पड़ताल के बाद पांच सदस्यीय सीबीआई टीम कुछ महत्वपूर्ण फाइलें लेकर दिल्ली लौट गई। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक बैंक की शिकायत के बाद सिंभावली चीनी मिल के निदेशकों, सीईओ, सीएफओ समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी, षड्यंत्र, गबन और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पंजाब नेशनल बैंक का घोटाला उजागर होने तथा केंद्र सरकार की सख्ती के बाद सीबीआई के डिप्टी एसपी आकाश कमल मीणा और निरीक्षक एमके सिंह समेत पांच अधिकारियों की टीम सिंभावली चीनी मिल पहुंची।
सिंभावली चीनी मिल पर 109.88 करोड़ रुपये देनदारी है
इस दौरान टीम ने ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के कृषि ऋण संबंधी फाइलों को चार घंटे तक खंगाला। इस दौरान वह महत्वपूर्ण फाइल अपने साथ ले गए। अमर उजाला संवाददाता ने इस छापे के बारे में टीम के सदस्यों से जानकारी करनी चाही तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
सीबीआई सूत्रों से दी गई जानकारी के मुताबिक सिंभावली चीनी मिल हापुड़ के अलावा कंपनी के निदेशकों के आवासों के साथ-साथ दिल्ली, नोएडा स्थित कॉरपोरेट और पंजीकृत ऑफिस समेत आठ जगहों पर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की, जिसमें टीम को अहम जानकारी हाथ लगी।
हालांकि सिंभावली चीनी मिल के एजीएम (जनसंपर्क) दिनेश शर्मा ने बताया कि मिल के कृषि ऋण संबंधी फाइलों की जांच करने के बाद सीबीआई की टीम कुछ फाइलें लेकर लौट गई है।
मिल प्रबंधन ने कृषि ऋण लिया था, जो सामान्य ऋणों में परिवर्तित करा दिया है। इसका जल्द भुगतान करने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि सिंभावली चीनी मिल पर 109.88 करोड़ रुपये देनदारी है।