बसपा प्रमुख मायावती द्वारा संसद में अनुच्छेद 370 और 35ए जम्मू-कश्मीर से हटाए जाने के बिल को समर्थान देने के बाद उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने सोमवार सुबह ट्वीट कर कहा कि बिना अनुमति के कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेताओं कश्मीर जाने से पहले विचार कर लेना चाहिए था, जबकि वहां अभी हालात सामान्य नहीं हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर केंद्र की बीजेपी सरकार का समर्थन कर एक बार फिर सबको चौंका दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केंद्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा कदम नहीं है?
सपा प्रमुख मायावती ने सुबह तीन ट्वीट किये। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि ‘जैसाकि विदित है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर हमेशा ही देश की समानता, एकता व अखंडता के पक्षधर रहे हैं, इसलिए वे जम्मू-कश्मीर राज्य में अलग से धारा 370 का प्रावधान करने के कतई भी पक्ष में नहीं थे। इसी खास वजह से बीएसपी ने संसद में इस धारा को हटाये जाने का समर्थन किया।’
वह अगले ट्वीट में लिखती हैं कि ‘लेकिन देश में संविधान लागू होने के लगभग 69 वर्षों के उपरान्त इस धारा 370 की समाप्ति के बाद अब वहां पर हालात सामान्य होने में थोड़ा समय अवश्य ही लगेगा। इसका थोड़ा इंतजार किया जाए तो बेहतर है, जिसको माननीय कोर्ट ने भी माना है।
आगे मायावती लिखती हैं…’ऐसे में अभी हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केंद्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहां पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।