बदायूं के गैंगरेप केस में नामजद हुए महंत सत्यनारायण समेत उसके चेले वेदराम व ड्राइवर जसपाल की आठ घंटे की रिमांड शुरू हो चुकी है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें जेल से पुलिस ने निकाला, जबकि इसके बाद तीनों को घटनास्थल ले जाया गया। वहां से उन्हें थाने लाकर पूछताछ के बाद पुलिस पुन: घटनास्थल पर ले गई है। विभिन्न पहलुओं पर तीनों से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। ताकि घटनाक्रम से जुड़ी परतें खुल सकें।
अदालत का आदेश लेकर बुधवार सुबह पुलिस जेल पहुंची। वहां से महंत समेत तीनों नामजदों को लेकर उघैती थाने पहुंची। एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा व सीओ बिल्सी अनिरुद्ध सिंह के साथ घटना के विवेचक इंस्पेक्टर उघैती देवेंद्र धामा के अलावा उघैती व इस्लामनगर थानों की पुलिस नामजदों को सीधे घटनास्थल ले गई। वहां कुछ बिंदुओं पर पड़ताल के बाद उन्हें थाने लाया गया। यहां अधिकारियों ने तीनों को अलग-अलग जगहों पर रखते हुए सवालात किए। तकरीबन घंटेभर तक थाने में पूछताछ के बाद 11 बजे पुलिस पुन: तीनों को घटनास्थल पर लेकर रवाना हो गई है।
घटनास्थल सील :
उघैती कांड के नामजदों को रिमांड पर लेकर घटनास्थल पहुंचने से पहले ही पुलिस ने वहां पांच सौ मीटर का इलाका पूरी तरह सील कर दिया है। गांव वालों समेत किसी भी आम या खास व्यक्ति को इस दायरे के भीतर एंट्री नहीं है। केवल पुलिस और आरोपियों की टोली ही भीतर ले जाई गई। घटनास्थल को जाने वाले हर मोड़ पर पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। ताकि कोई भी भीतर दाखिल न हो सके। आरोपियों की रिमांड से पहले पुलिस यह तय कर चुकी थी कि किस तरह पूछताछ करना है और किन बिंदुओं पर पड़ताल की जानी है। कुल मिलाकर होमवर्क पूरा करने के बाद ही पुलिस ने अदालत में रिमांड की अर्जी दाखिल की। मंजूरी मिलने के बाद सब कुछ वैसा ही होने लगा, जैसा खाका पुलिस ने तैयार किया था। सुबह उघैती से पुलिस टीम बदायूं को रवाना हुई तो यहां भी अफसर अलर्ट हो गए। निर्धारित वक्त पर उन्हें जेल से निकाला गया तो दूसरी ओर घटनास्थल पर पुलिस ने पहरा बढ़ाते हुए पांच सौ मीटर का इलाका सील करने की प्रक्रिया पूरी कर डाली। थाने में तीनों को अलग-अलग कहां रखना है और साथ-साथ कहां पूछताछ करनी है, यह प्रक्रिया मंगलवार रात ही पूरी हो गई थी। अंदरखाने क्या चल रहा है, इसको लेकर गांव वाले केवल कयासबाजी ही कर रहे हैं। गांव के कुछ लोगों से भी पुलिस ने वहां पूछताछ की है।