सावधानी बरतें, बीमार पड़ने से बचें
दिल्ली-एनसीआर में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। यहां दिन का अधिकतम तापमान 22 से 23 डिग्री सेल्सियस जबकि रात का न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच देखने को मिल रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी दिशा से चलने वाली हवाओं के कारण उत्तर भारत में ठंड कम हो रही है और तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बहुत ज्यादा अंतर होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग बीमार भी पड़ रहे हैं। ऐसे में कुछ सावाधानी बरत कर आप बीमार पड़ने से बच सकते हैं…
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बढ़ रहे हैं वायरल के मामले
मौसम में हो रहे बदलाव के कारण वायरल इंफेक्शन के मामले में बढ़ोतरी हो रही है। संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ ओम श्रीवास्तव ने बताया कि तापमान में होने वाले उतार-चढ़ाव से वायरस को शह मिलती है जिससे सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
सांस की परेशानी वाले लोग रहें सतर्क
किसी भी तरह की शारीरिक समस्या होने पर वक्त बर्बाद किए बगैर डॉक्टर से मिलना अच्छा रहेगा। मौसम बदलने से सबसे अधिक परेशानी सांस की समस्या से जूझ रहे लोगों को होती है। ऐसे में इन लोगों को खास तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। तापमान में बढ़ोतरी से शरीर में पानी का स्तर भी कम होने लगता है।
बच्चों का रखें विशेष ख्याल
मौसम का असर सबसे अधिक बच्चों और बूढ़ों पर पड़ता है क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण इनमें खतरा अधिक रहता है। चेंजिंग वेदर में अधिकतर बच्चों में सर्दी, खांसी, निमोनिया की समस्या हो जाती है जबकि कई बार मौसम में आए अचानक बदलाव से बच्चों में डायरिया की भी दिक्कत आ सकती है। ऐसे में उन्हें नियमित रूप से लिक्विड देते रहें। बीमारियों से दूर रखने के लिए बच्चों को वक्त पर वैक्सीन जरूर दें।
क्या खाएं, क्या न खाएं
बदलते मौसम में बीमार पड़ने से बचना है तो खानपान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए…
– मसाले वाली चीजों से परहेज करें
– हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें
– खुद से उपचार न करें
– मसाले वाली चीजों से परहेज करें
– हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें
– खुद से उपचार न करें