बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चार धाम यात्रा-2023 पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बहुत बड़ी खबर सामने आई है। यूपी, एमपी सहित देश-विदेश से यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके श्रद्धालुओं के लिए यात्रा रूट पर रोडवेज बसों, प्राइवेट बसों सहित टैक्सियों के किराये को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। किराये को लेकर उत्तराखंड सरकार की ओर से फैसला लिया गया है।
उत्तराखंड में रोडवेज बसों और प्राइवेट सेक्टर की कमर्शियल गाड़ियों का किराया इस साल 2023 में नहीं बढ़ाया जाएगा। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने इसके संकेत दिए। तेल मूल्य में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव नहीं होने की वजह से किराया संशोधन न करने पर सहमति बनी है। हर साल किराये में संशोधन करने की बात भी हुई थी।
एसटीए की पिछली बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार हर साल एक अप्रैल से पहले सार्वजनिक यात्री वाहनों के किराए में संशोधन किया जाना है। एसटीए के अध्यक्ष परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने कहा कि किराया बढ़ोतरी पर फिलहाल विचार नहीं किया जा रहा है।उत्तराखंड में यात्री वाहनों का किराया संशोधन को नियमित व्यवस्था लागू करने के लिए एसटीए ने हर साल एक अप्रैल से नई दरें लागू करने की व्यवस्था की है।
अब तक दो से चार साल तक किराया नहीं बढ़ाया जाता था। परिवहन कारोबारियों के दबाव बनाने पर ही एसटीए किराया बढोतरी पर निर्णय लेता रहा है। वर्ष 2020 के बाद पिछले साल 15 जुलाई को किराया राशि में बदलाव किया गया था। साथ उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा की अध्यक्षता में सालाना किराया समीक्षा के लिए कमेटी बना दी थी। आपको बता दें कि इस कमेटी को हर साल मार्च तक नई दरें सुझानी थी।
चारधाम के लिए 40 फीसदी एडवांस बुकिंग
चार धाम यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कमर्शियल गाड़ियों की करीब-करीब 40 फीसदी तक एडवांस बुकिंग हो चुकी है। ट्रेवल ऑपरेटरों को इस साल 2023 में चार धाम यात्रा पर अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि ऋषिकेश, हरिद्वार से चार धाम यात्रा पर जाने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
यात्रा चरम पर हाने पर टैक्सियों सहित कमर्शियल गाड़ियों की भारी कमी हो जाती है। ऐसे में किसी भी परेशानी से बचने के लिए तीर्थ यात्री एडवांस बुकिंग करवाकर चार धाम यात्रा पर जाते हैं। यूपी, एमपी सहित देश के कई राज्यों से इस साल बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री चार धाम यात्रा के लिए एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं।
चार धाम यात्रा में इस बार स्कूल और सिटी बसें नहीं चलेंगी
चार धाम यात्रा में इस बार स्कूल और सिटी बसों का संचालन नहीं होगा। चारधाम यात्रा को लेकर हुई बैठक में आरटीओ ने कहा है कि स्कूल और सिटी बसें यात्रा के लिए कारगर नहीं है। चारधाम यात्रा में बसों की कमी न हो इसके लिए इस बार करीब 200 नई बसें यात्रा में संचालित होंगी।
यात्रा रूट पर वाहन चालक और उसमें सवार तीर्थयात्रियों को जगह-जगह होने वाली जांच की समस्या से राहत मिलेगी। परिवहन विभाग इस बार चेक पोस्ट पर यात्रा में जाने वाले वाहन के दस्तावेज, ट्रिप कार्ड के आधार पर तीर्थयात्रियों के नामों की सूची सत्यापित करने के बाद स्टीकर लगाएगा।
वाहन में स्टीकर लगने के बाद आगे यात्रा रूट पर जांच के लिए नहीं रुकना पड़ेगा, इससे धाम तक पहुंचने में अनावश्यक विलंब नहीं होगा। चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में आरटीओ देहरादून सुनील शर्मा ने विभाग की यात्रा वाहनों में स्टीकर लगाने संबंधी योजना की जानकारी दी। बैठक में प्रत्येक परिवहन कंपनी के पास कितनी बसों का बेड़ा है, इसकी जानकारी ली गई। चार धाम यात्रा और लोकल रूटों पर संचालित होने वाली बसों का पूरा ब्योरा लिया गया।
स्टेज कैरिज की 1079 बसें और कांट्रेक्ट कैरिज की 515 बसों के बारे में परिवहन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बताया। बताया कि सभी कंपनियों की 200 ओर नई बसें चारधाम यात्रा में शामिल होंगी। ऋषिकेश रोडवेज डिपो के अधीक्षक अनुराग पुरोहित ने बताया कि इस बार रोडवेज चारधाम यात्रा के लिए 120 बसें आरक्षित रखेगा। पहले चारधाम यात्रा के लिए 90 बसें आरक्षित की जाती थीं।
इस दौरान आरटीओ ने संयुक्त रोटेशन यात्रा समिति के अंतर्गत परिवहन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ चार धाम यात्रा के लिए वाहनों की उपलब्धता, संचालन, ग्रीन कार्ड, संयुक्त रोटेशन समिति के गठन को लेकर चर्चा की।
10 दिन का ही बनेगा ट्रिप कार्ड
परिवहन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बैठक में चारधाम यात्रा के लिए ट्रिप कार्ड 8 दिन के लिए बनाने की मांग जोर शोर से उठाई। हवाला दिया कि कई बार चारधाम यात्रा 10 दिन की जगह 8 दिन में पूरी हो जाती है, लिहाजा ट्रिप कार्ड के दिन कम किए जाएं। इस पर आरटीओ ने स्पष्ट किया कि ट्रिप कार्ड 10 दिन का ही बनेगा, इसमें किसी तरह की रियायत नहीं मिलेगी।
कब होगा संयुक्त रोटेशन समिति का गठन
बैठक के दौरान आरटीओ ने परिवहन कंपनियों के प्रतिनिधियों से संयुक्त रोटेशन समिति के गठन के बारे में पूछा। इस पर परिवहन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि 2 अप्रैल को परिवहन कंपनियों की बैठक है, जिसमें हर हाल में रोटेशन समिति का गठन कर लिया जाएगा।