दिवाली से एक दिन छोटी दिवाली मनाई जाती है। इसे रूप चौदस या नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है जो कार्तिक महीने की चतुर्दशी के दिन आता है। बंगाल और बिहार में यह दिन मां काली के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह धनतेरस के ठीक अगले दिन आता है। इस दिन लक्ष्मी की कृपा बरसती है, बस करने होंगे कुछ उपाय। आइये आज हम आपको बताते है कुछ ऐसे उपाय जिन्हें छोटी दीवाली के दिन करने से पूरे वर्ष घर में सुखद व समृद्धि वाला वातावरण बना रहता है।
# छोटी दीवाली के दिन घर की साफ-सफाई करने के बाद एक कटोरी में कच्चा दूध लेकर उसमें थोड़ा सा शहद मिलायें। तत्पश्चात उसे पूरे घर में छिड़के। ऐसा करने से नकारात्मक उर्जा घर से बाहर चली जायेगी।
# पॉच एकाक्षी नारियल लाकर उसमें रोली, चन्दन व धूप दिखाकर एक लाल कपड़े में बांधकर पूजा कक्ष में रख दें। दीवाली की पूजा करने के बाद बॅधी हुयी पोटली को अपनी तिजोरी में रख दें। ये उपाय करने से घर में धन की बरक्कत बनी रहती है।
# यदि परिवार में कोई लगातार बीमार रहता है तो छोटी दीवाली के दिन सात सुपाड़ी, 3 हल्दी की गॉठें और पॉच लौंग को एक काले कपड़ में बॉधकर रोगी के पूरे शरीर पर से 19 बार उतार कर उस पोटली को किसी सुनसान स्थान पर एक फिट गढढा खोदकर मिट्टी में दबा दें।
# छोटी दीवाली के दिन हिजड़ों को हरी चूॅडि़यॉ व हरे रंग की साड़ी दान करने से व्यवसाय दिन पर दिन फलता-फूलता रहता है। इस दिन पूरे घर में नींबू व सेंधा नमक पानी में मिलाकर पोंछा लगाने से मकान के वास्तु दोष में कमी आती है।
# छोटी दीवाली से लेकर भैयया दूज तक पंचामृत का भोग लगाकर घर के सभी सदस्यों को बॉटे एंव दीवाली के दिन थोड़ा सा पंचामृत घर के मुख्यद्वार पर छिड़कने से मॉ लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है।
# छोटी दीवाली, धनतेरस व बड़ी दीवाली इन तीन दिनों तक गणेश स्त्रोत का पाठ करने से मॉ लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।