कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनाव शोर थमने के बाद लगातार तीसरी बार सीएम बनीं ममता बनर्जी एक्शन मोड में आ गई हैं. मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को लेकर केंद्र सरकार के साथ जारी टकराव के बीच सरकार ने पुलिस विभाग में बड़ा परिवर्तन किया है. सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने पुलिस विभाग के 55 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है.

जिन 55 अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है, उनमें 52 भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं. तीन अधिकारी राज्य पुलिस सर्विस के हैं. इधर से उधर किए गए हैं, उन अधिकारियों में सबसे बड़ा नाम प्रवीण त्रिपाठी का बताया जा रहा है. प्रवीण त्रिपाठी को मालदा का DIG बनाया गया है. मेदिनीपुर के DIG कुणाल अग्रवाल को सरकार ने कंपलसरी वेटिंग में भेज दिया है. बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को भी नया DIG मिला है. दीप नारायण गोस्वामी को STF का DIG नियुक्त किया गया है. बता दें कि प्रवीण त्रिपाठी का नाम उस वक़्त चर्चा में आया था, जब बंगाल चुनाव से पहले गत वर्ष दिसंबर महीने में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था.
बता दें कि दक्षिण 24 परगना जिले में नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद केंद्र सरकार ने प्रवीण त्रिपाठी को डेपुटेशन पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) में भेजने का आदेश दिया था. हालांकि, सीएम ममता बनर्जी खुलकर त्रिपाठी के समर्थन में आ गई थीं और उनको कार्यमुक्त करने से मना कर दिया था.