देश में कोरोना वायरस महामारी का तीसरा चरण चल रहा है और इस बीच ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के कर्मचारियों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है।
जोमैटो ने अपने 13 फीसद कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करने का निर्णय लिया है। साथ ही कंपनी ने अपने शेष कर्मचारियों की सैलरी में 50 फीसद तक कटौती करने का निर्णय लिया है।
कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण डिमांड में कमी आने से जोमैटो को यह फैसला लेना पड़ा है।
जोमैटो ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी अपने 13 फीसद कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करेगी और कर्मचारियों के वेतन में अगले छह महीने तक 50 फीसद तक की कटौती की जाएगी। वेतन में यह कटौती जून महीने से होगी। कंपनी के वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 50 फीसद की कटौती की जाएगी।
कंपनी के फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल ने शुक्रवार को अपने कर्मचारियों से कहा, ‘हम ऐसा पाते हैं कि हमारे सभी कर्मचारियों के लिए भविष्य में पर्याप्त काम नहीं रहेगा।’
गोयल ने कहा कि कंपनी को आने वाले खराब समय के लिए खुद को तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में उनके व्यवसाय में बड़े अभूतपूर्व बदलाव आए हैं और इनमें से कई बदलावों के स्थायी रहने की उम्मीद है।
जोमैटो ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब सरकारें लॉकडाउन में कई सारी छूट देने की ओर आगे बढ़ रही हैं। केंद्र सरकार ने भी 4 मई से लागू हुए तीसरे चरण के लॉकडाउन में व्यवसायों को कई सारी छूटें दी हैं।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि लॉकडाउन 4.0 अलग ही रंग-रूप वाला होगा। गौरतलब है कि देश में 25 मार्च से ही लॉकडाउन लागू है।
तीसरे चरण का लॉकडाउन 17 मई को समाप्त हो रहा है। इस बीच सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की भी घोषणा की है।