आप सभी को बता दें कि बीते 24 फरवरी को गुरु अस्त हो चुके हैं। जी हाँ और देवगुरु बृहस्पति (Devguru Brihaspati) को शादी समेत किसी भी मांगलिक कार्य का कारक माना जाता है। वहीं अब उनके अस्त होने से शादी, सगाई, मुंडन, गृहप्रवेश आदि सभी तरह के मांगलिक कार्यों पर भी रोक लग चुकी है हालाँकि अगर आपके लिए इस बीच कोई मांगलिक कार्य करना जरूरी है, तो फुलेरा दूज (Phulera Dooj) की तिथि इसके लिए सर्वोत्तम है। आपको बता दें कि इस बार फुलेरा दूज 4 मार्च 2022 को मनाई जाएगी। आप सभी को बता दें कि यह दिन श्री कृष्णा और राधा रानी के प्रेम को दिखाता है और इस दिन व्यक्ति अपने दांपत्य जीवन की तमाम परेशानियों को दूर करने के लिए कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं। आइए बताते हैं आपको।
प्रेम प्राप्त करने के लिए- अगर आप किसी से बहुत ज्यादा प्रेम करते हैं और उसका भी प्रेम प्राप्त करना चाहते हैं तो फुलेरा दूज के दिन स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर मंदिर में जाएं और भोजपत्र पर पीले रंग के चंदन से प्रेमी का नाम लिखकर राधा-कृष्ण के चरणों में चढ़ाएं।
जीवनसाथी से रहती है अनबन- इसके लिए इस दिन भोजपत्र पर अपनी समस्या लिखे और इस भोजपत्र को राधा-कृष्ण के चरणों में अर्पित करें।
जीवनसाथी बात नहीं सुनता तो- अगर आपका जीवनसाथी आपकी बात नहीं सुनता तो फुलेरा दूज के दिन एक गुलाबी रंग का बड़ा सा धागा लेकर मंदिर जाएं और इस धागे से राधा कृष्ण के चरणों में अर्पित कर प्रार्थना करें। वहीं इसके बाद घर आकर बेडरूम के बेड के चारों पावों में गुलाबी धागा बांधें।