उन्नाव के माखी में रेप पीडि़ता के पिता पर मारपीट और आर्म्स एक्ट की फर्जी एफआईआर दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह को सीबीआई ने अरेस्ट कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी टिंकू सिंह ने पूछताछ में कुबूल किया है कि उसने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर यह फर्जी एफआईआर दर्ज कराई है.
फर्जी मुकदमे के आधार पर हुई थी अरेस्टिंग
गौरतलब है कि रेप पीडि़ता के पिता को विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर व उसके गुर्गो ने पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया था. जिसके बाद वह माखी थाने में एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचा तो विधायक सेंगर के दबाव में पुलिस ने टिंकू सिंह की तहरीर पर मारपीट व आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर उलटे उसे ही जेल भेज दिया था. लेकिन, वहां उसकी मौत हो गई थी. जिसके बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कर विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, भाई अतुल व उसके तीन साथियों को अरेस्ट कर लिया गया था. जबकि, घटना के बाद से टिंकू सिंह फरार चल रहा था. हालांकि, बाद में वह खुद ही सीबीआई दफ्तर पहुंचा था.
विधायक के इशारे पर दर्ज कराई एफआईआर
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, टिंकू सिंह से कई राउंड चली पूछताछ के बाद उसने कुबूल किया कि विधायक सेंगर के कहने पर ही उसने पीडि़ता के पिता के खिलाफ मारपीट व आर्म्स एक्ट की झूठी एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद पीडि़ता के पिता की हत्या के मामले की भी जांच कर रही सीबीआई ने मंगलवार को आरोपी टिंकू सिंह को रीजनल ऑफिस बुलाया और उसे अरेस्ट कर लिया. गौरतलब है कि इससे पूर्व सीबीआई इसी मामले में माखी थाने के पूर्व एसओ अशोक सिंह भदौरिया और दारोगा कामता प्रसाद सिंह को भी अरेस्ट कर चुकी है