अमृतसर: पंजाब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने रविवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपकर गुरुपर्व से पहले करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोले जाने का आग्रह किया. इस आग्रह के बाद अब केंद्र भी कॉरिडोर को खोलने की तैयारी में लग गया है. सूत्रों के अनुसार, सरकार कुछ शर्तों के साथ करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने के बारे में विचार कर रही है. पंजाब चुनाव के मद्देनजर इस फैसले को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
सूत्रों ने कहा है कि सुरक्षा कारणों को लेकर विदेश और गृह मंत्रालयों के बीच बातचीत चल रही है. सामाजिक दूरी, कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़, 72 घंटे पहले के RT-PCR टेस्ट समेत कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर कम संख्या में लोगों को वहां जाने की इजाजत दी जा सकती है. बता दें कि नवंबर 2019 में खुला करतारपुर कॉरिडोर कोरोना महामारी की वजह से मार्च 2020 से बंद है. पंजाब में अगले साल की शुरुआत में चुनाव प्रस्तावित हैं, ऐसे में कॉरिडोर के फिर से खुलने से सियासी लाभ भी मिल सकता है. यही वजह है कि पंजाब कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी इसे खोलने की मांग कर चुके हैं.
पिछले सप्ताह, पाकिस्तान ने भारत से करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने और सिख श्रद्धालुओं को गुरु नानक देव की जयंती समारोह के लिए पवित्र स्थल पर जाने की इजाजत देने का आग्रह किया था. 4 किमी लंबा कॉरिडोर भारतीय सिख श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए रास्ता प्रदान करता है और इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान स्थित करतापुर गुरुद्वारा में पहुंचने के लिए किसी वीजा की आवश्यकता नहीं होती.