पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के नेता विपक्ष शाहबाज शरीफ के बेटे हमजा शाहबाज को शनिवार को गिरफ्तार करने पहुंची नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (नैब) की टीम को पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। अंत में अदालत के हस्तक्षेप के बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा।
इससे पहले लगभग चार घंटे तक नैब की टीम शाहबाज शरीफ के 96-एच मॉडल टाउन स्थित आवास के बाहर जमी रही।
इस दौरान उन्हें पीएमएल (एन) के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प भी हुई। हमजा शाहबाज के वकील ने बताया कि अदालत ने उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी पर सोमवार 8 अप्रैल तक के लिए रोक लगा दी है। बता दें कि पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी संस्था नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (नैब) ने शुक्रवार को नेता विपक्ष शाहबाज शरीफ के लाहौर स्थित आवास पर छापा मारा था।
को शाहबाज शरीफ के आवास पर नैब की कार्रवाई की पार्टी की प्रवक्ता और पूर्व पीएफ नवाज शरीफ की बेटी मरियम औरंगजेब ने कड़ी आलोचना की है और प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनौती दी है कि अगर उनमें हिम्मत है तो अपनी कैबिनेट में मौजूद घोटालेबाज मंत्रियों को गिरफ्तार करके दिखाएं। इस सिलसिले में उन्होंने जहांगीर तरीन का भी नाम लिया।
बता दें कि शाहबाज शरीफ और उनके बेटे हमजा एवं सलमान पर आशियाना हाउसिंग घोटाला, रमजान शुगर मिल्स और आय से ज्यादा संपत्ति के केस चल रहे हैं। इन सभी मामलों में नैब की टीम कार्रवाई कर रही है।
शुक्रवार को छापे की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने सवाल किया था कि बिना पूर्व सूचना के यह छापा किस कानून के तहत मारा गया है? क्या शाहबाज और हमजा आतंकवादी हैं? इमरान खान सरकार शाहबाज शरीफ से डरी हुई है और अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए नैब का इस्तेमाल कर रही है।
मरियम के सवालों पर प्रतिक्रया देते हुए सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी (पीटीआइ) के प्रवक्ता उमर चीमा ने कहा कि अगर हमजा शरीफ के पास खुद को बेगुनाह साबित करने के सबूत हैं तो वे उन्हें नैब के सामने पेश करें। पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री और इमरान खान सरकार के प्रवक्ता चौधरी फवाद अहमद ने नैब की कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के आसिफ अली जरदारी ने अपनी-अपनी सरकारों के दौरान देश को लूटा है तो अब कार्रवाई भी भुगतें।
नैब की कार्रवाई कानून के दायरे में की गई है।