पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के एक गांव में भीड़ ने चार महिलाओं को बच्चा चोर समझकर जमकर पीटा। गुस्साई भीड़ ने इनमें से दो महिलाओं के कपड़े भी उतार दिए। मामला सोमवार शाम का बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ितों को बचाया। मामले पर धुपगुरी पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष संजय दत्ता ने बताया, ‘हमनें भीड़ से महिलाओं को बचा लिया है। अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।’
ऐसे मामले देशभर से सामने आ रहे हैं जहां बेगुनाह लोगों को बच्चा चोर समझकर भीड़ द्वारा पीटा जाता है। इन मामलों में अभी तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं बहुत से लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि चारों महिलाएं दो किनारी बाजार की ओर जा रही थीं। इनमें से दो महिलाएं अपने ऑफिस माइक्रो फाइनेंस कंपनी जा रही थी। एक महिला अपने रिश्तेदार से मिलने जा रही थी। जबकि एक अन्य महिला कपड़ों की खरीदारी करने जा रही थी।
बाजार में कुछ लोगों ने आतंक फैलाया और वहां से गुजर रहे लोगों को बोलने लगे कि ये महिलाएं बच्चा चोर हैं। उतने ही वहां लोगों की भीड़ बढ़ती गई और महिलाओं को पीटना शुरू कर दिया। इनमें से दो महिलाओं के बाद में कपड़े भी उतारे गए और भीड़ में से ही कुछ लोग उन्हें स्थानीय कल्ब की ओर ले गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ पर लाठी चार्ज करके महिलाओं को बचाया। पुलिस ने चारों महिलाओं को उनके घर तक भी पहुंचाया। गौरतलब है कि करीब एक हफ्ते पहले ही धुपगुरी के कदमताला गांव में एक मानसिक रूप से दिव्यांग महिला को बच्चा चोर समझकर भीड़ ने खंभे से बांधकर पीटा था। बाद में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई भी की।