पत्रकार अर्नब गोस्वामी से महाराष्ट्र पुलिस के कथित दुर्व्यवहार करने और उनकी गिरफ्तारी को बलिया के बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने लोकतंत्र का गला घोटने वाली घटना बताया है।
गुरुवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में विधायक ने कहा कि पद और पैसे के लिए अपने पिता के सिद्धांतों को छोड़कर कांग्रेस से हाथ मिलाने वाले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
बैरिया विधायक ने कहा कि पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है। विधायक ने कहा कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस के इशारे पर नाचने वाले मुख्यमंत्री बने हुए हैं।
कांग्रेस का इतिहास रहा है कि उसने स्वार्थ के लिए हमेशा लोकतंत्र का गला दबाया है और चौथे स्तंभ को परेशान किया है। उन्होंने 1975 की इमरजेंसी का हवाला देते हुए कहा कि उस समय भी इंदिरा गांधी ने मीडिया पर पाबंदी लगा दी थी।
कहा कि सच लिखने और सच बोलने वाले पत्रकारों को परेशान करना उचित नहीं है। उन्होंने अर्नब गोस्वामी को रिहा करने की मांग महाराष्ट्र सरकार से की है। महाराष्ट्र के राज्यपाल से इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।