2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अनिल कुंबले चोटिल जबड़े के बावजूद गेंदबाजी करने उतरे थे. चेहरे पर बैंडेज बांधे हुए कुंबले ने लगातार 14 ओवर डालकर वेस्टइंडीज के महानतम बल्लेबाज ब्रायन लारा का विकेट हासिल किया. क्रिकेट इतिहास में इसे खिलाड़ियों की बहादुरी के किस्सों में खास स्थान हासिल है. कई और खिलाड़ी भी चोट के बावजूद अपनी टीम की खातिर मैदान पर उतर चुके हैं. अब इनमें एक नया नाम जुड़ गया है- नील वैगनर . न्यूजीलैंड के इस तेज गेंदबाज ने अपनी दिलेरी का उदाहरण देते हुए पंजे में फ्रैक्चर होने के बावजूद पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में गेंदबाजी की और 2 विकेट भी झटके.
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच माउंट माउंगानुई में हो रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान मेजबान टीम के तेज गेंदबाज नील वैगनर चोटिल हो गए थे. रविवार 27 दिसंबर को मैच के दूसरे दिन न्यूजीलैंड के पारी के आखिर में वैगनर बैटिंग कर रहे थे. इस दौरान पाकिस्तानी गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी की एक यॉर्कर उनके दाएं पंजे में लगी, जिसके कारण उसमें फ्रैक्चर हो गया.
इसके चलते वैगनर ने पाकिस्तानी पारी के शुरुआत में मैदान में नहीं उतर सके. हालांकि, दिन के आखिर में वह कुछ देर के लिए मैदान में आए और 3 ओवर भी कराए. इसके बाद उनके पैैर का स्कैन कराया गया, जिसमें फ्रैक्चर की बात सामने आई. हालांकि चोट ज्यादा गंभीर नहीं होने के कारण डॉक्टर्स ने वैगनर को खेलने की इजाजत दे दी थी.
मैच के तीसरे दिन सोमवार को वैगनर ने लंच के बाद के सेशन में फ्रैक्चर के बावजूद 18 ओवर और कराए. उनके इस जज्बे और दिलेरी का इनाम भी जल्द उन्हें मिला.
उन्होंने फवाद आलम और शाहीन अफरीदी का विकेट हासिल कर पाकिस्तान को 239 रनों पर समेटने में टीम की मदद की. वैगनर ने 21 ओवरों में 50 रन देकर 2 विकेट हासिल किए.
वैगनर पिछले कुछ सालों में न्यूजीलैंड की गेंदबाजी अटैक के प्रमुख हिस्सा बन चुके हैं. हाल ही में वैगनर ने न्यूजीलैंड के लिए अपना 50वां टेस्ट मैच खेला था. इन 50मैचों में वैगनर के नाम 215 विकेट हैं और वह न्यूजीलैंड के सबसे सफल गेंदबाजों में से हैं.
वहीं पहली पारी में 431 रन बनाने वाली न्यूजीलैंड ने मैच के तीसरे दिन पाकिस्तान को 239 रनों पर समेट दिया. फहीम अशरफ और कप्तान मोहम्मद रिजवान के बीच 107 रनों की साझेदारी की बदौलत पाकिस्तान फॉलो-ऑन टालने में सफल रहा. हालांकि अभी भी वह न्यूजीलैंड से 192 रन पीछे है.